टेलीकॉम और कोयला घोटाले पर संसद में जारी
गतिरोध थमता नजर नहीं आ रहा। संसद चलने देने की प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह
की अपील भी विपक्ष को शांत करने में कामयाब नहीं हो पा रही है। बीजेपी का
साफ कहना है कि जब तक प्रधानमंत्री और कानून मंत्री अश्विनी कुमार का
इस्तीफा नहीं होता, वो संसद नहीं चलने देगी। प्रधानमंत्री और कानून मंत्री
के इस्तीफे पर अड़ी बीजेपी ने 4 और 5 मई को देश भर में प्रदर्शन करने की
घोषणा की है। इस बीच लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार आज सभी राजनीतिक पार्टियों
के नेताओं से मिलकर गतिरोध दूर कराने की कोशिश करेंगी।
बीजेपी
प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर के मुताबिक बीजेपी संसद से लेकर सड़क तक 4 और 5
मई को जोरदार प्रदर्शन और धरणा पूरे देश में करेगी। भ्रष्टाचार के खिलाफ
देश के सभी राज्यों में प्रदर्शन होगा। मालूम हो कि बजट सत्र के दूसरे
हिस्से में एक दिन भी संसद नहीं चल पाई है। दस मई तक चलने वाले इस सत्र के
दौरान सरकार के लिए वित्त विधेयक को पास कराना बड़ी चुनौती है। इसके अलावा
महत्वाकांक्षी खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण बिल भी पास कराना सरकार की
प्राथमिकता में है।
लेकिन
विपक्ष के रुख को देखते हुए सरकार के लिए इन बिलों को पास कराना आसान नहीं
होगा। शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सारे
मामले को कोर्ट के विचाराधीन बताते हुए विपक्ष से संसद चलने देने की अपील
की थी।
कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी
के मुताबिक विपक्ष को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। बहरहाल
संसद में जारी गतिरोध को ख़त्म करने के लिए सोमवार यानि आज मीरा कुमार सभी
दलों के नेताओं से मिल सकती हैं। इसके अलावा संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ के
भी लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज समेत तमाम नेताओं से मुलाक़ात
की संभावना है।
सूत्रों
के मुताबिक़ बीजेपी ने सरकार को केवल वित्त विधेयक पारित करवाने के लिए
सहयोग का भरोसा दिया है। वित्त विधेयक पर 6 और 7 मई को संसद में चर्चा होनी
है।
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