हरियाणा के हिसार में बलात्कार पीड़ित एक
लड़की के पूरे परिवार ने जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की। पांच सदस्यों में
से तीन की मौत हो चुकी है। जबकि पिता और उसके एक बेटे का इलाज अस्पताल में
चल रहा है। बताया जा रहा है कि पीड़ित लड़की की 30 अप्रैल को कोर्ट में
गवाही होनी थी, लेकिन उससे पहले ही वो अचानक गायब हो गई। एक साल तक इंसाफ
की आस में भटकते-भटकते पीड़ित के पिता इतने टूट गए कि उन्होंने पूरे परिवार
के साथ खुदकुशी करने का फैसला लिया।
पेशे से साइकिल रिक्शा चालक पिता परिवार का एक मात्र कमाऊ शख्स है। पिछले एक साल से ये इंसाफ की आस में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। पिछले साल 15 मई को इनकी बेटी अचानक गायब हो गई। 17 मई को घर लौट आई। उसने रोहतास कुमार नाम के लड़के पर बलात्कार का आरोप लगाया। अगले ही दिन यानि 18 मई को पुलिस ने रोहतास कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उस पर अपहरण और बलात्कार का मुकदमा भी दर्ज हो गया। लेकिन तब से लेकर आजतक इस परिवार पर दुखों को पहाड़ टूट पड़ा है। इसी साल 30 अप्रैल को लड़की की कोर्ट में गवाही होनी है। लेकिन 22 फरवरी को इस परिवार पर एक बार फिर बिजली गिरी। 22 फरवरी 2013 को बलात्कार पीड़ित लड़की एक बार फिर रहस्यमय तरीके से लापता हो गई। पुलिस को हर हालत में लड़की को तलाशकर अदालतम में पेश करना था, लेकिन रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद पुलिस लड़की को नहीं तलाश पाई। आरोप है कि उल्टा पुलिस ने लड़की के पिता पर ही उसे गायब करने का तोहमत जड़ दिया। पहले बेटी के साथ रेप और फिर उसके लापता होने के बाद पुलिस के दबाव और खराब माली हालत ने इस परिवार को तोड़कर रख दिया। सोमवार की सुबह करीब दो बजे पूरे परिवार ने एकसाथ जहर खा लिया।
घटना
हरियाणा के हिसार के अकबरपुर गांव की है। इस गांव में रहने वाले एक शख्स
ने अपने दो बेटों, एक बेटी और बीवी के साथ जहर खा लिया। खबर मिलते ही
पांचों सदस्यों को तुरंत हिसार को अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन तब
तक बीवी और बेटी की मौत हो चुकी थी। जबकि पिता और उसके दो बेटों को बचा
लिया गया। इस परिवार ने जिस वजह से आजिज आकर खुदकुशी जैसा कदम उठाया उसे
सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। गुस्से से भर जाएंगे। एक साल पहले इस पिता की 15
साल की बेटी के साथ पहले बलात्कार हुआ और फिर बाद में उसे गायब कर दिया
गया। पुलिस ने बलात्कार और लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज की। आरोपी
को पकड़कर जेल भी भेज दिया गया और जब अदालत में गवाही देने की बारी आई तो
अचानक लड़की लापता हो गई। हालात ने 40 साल के पिता को इतना तोड़ दिया है कि
वो अपनी दर्दनाक कहानी को बताना तक नहीं चाहता।
पेशे से साइकिल रिक्शा चालक पिता परिवार का एक मात्र कमाऊ शख्स है। पिछले एक साल से ये इंसाफ की आस में दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। पिछले साल 15 मई को इनकी बेटी अचानक गायब हो गई। 17 मई को घर लौट आई। उसने रोहतास कुमार नाम के लड़के पर बलात्कार का आरोप लगाया। अगले ही दिन यानि 18 मई को पुलिस ने रोहतास कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उस पर अपहरण और बलात्कार का मुकदमा भी दर्ज हो गया। लेकिन तब से लेकर आजतक इस परिवार पर दुखों को पहाड़ टूट पड़ा है। इसी साल 30 अप्रैल को लड़की की कोर्ट में गवाही होनी है। लेकिन 22 फरवरी को इस परिवार पर एक बार फिर बिजली गिरी। 22 फरवरी 2013 को बलात्कार पीड़ित लड़की एक बार फिर रहस्यमय तरीके से लापता हो गई। पुलिस को हर हालत में लड़की को तलाशकर अदालतम में पेश करना था, लेकिन रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद पुलिस लड़की को नहीं तलाश पाई। आरोप है कि उल्टा पुलिस ने लड़की के पिता पर ही उसे गायब करने का तोहमत जड़ दिया। पहले बेटी के साथ रेप और फिर उसके लापता होने के बाद पुलिस के दबाव और खराब माली हालत ने इस परिवार को तोड़कर रख दिया। सोमवार की सुबह करीब दो बजे पूरे परिवार ने एकसाथ जहर खा लिया।
हालांकि
पुलिस अपने ऊपर लगे आरोप को बेबुनियाद बता रही है। पुलिस का कहना है कि
मामला कोर्ट में है और लड़की के परिवार पर कोई दबाव नहीं बनाया गया।
उकलाना
के एसएचओ जयभगवान के मुताबिक अब केस के डिसीजन के चलते उसे रिप्ले देना
था हो सकता ह वह केस के चल टेंशन में चल रहा हो लेकिन सबके सामने इन्होने
ये बयान दिया है कि हमलोग गरीबी से तंग थे और कर्जा सर पर था। पुलिस उसपर
कोई ज्यादती नही कर रही थी। कोर्ट की तरफ से कोई प्रेशर नही था लेकिन
उन्हें भी रिप्लाय तो देना ही था। हो सकता है शायद उसी के चलते ऐसा किया
हो।
फिलहाल
पीड़ित पिता और उसके दोनों बेटों को रोहतक के पीजीआई अस्पताल में शिफ्ट कर
दिया गया है। लेकिन इस घटना ने पूरे हिसार शहर को हिलाकर रख दिया है।
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