पांच अप्रैल को ठाणे में एक सात मंजिला
इमारत ताश के पत्तों की तरह गिर गई थी, उसमें 74 लोग जिंदा दफन हो गए। कहा
गया कि ये अवैध इमारत बिल्डर, नेता और नगर पालिका के बेईमान गठजोड़ की नींव
पर खड़ी हुई थी। एक बिल्डर की खुफिया डायरी जिसमें
नगरपालिका के अफसरों के नाम हैं और उन्हें दी गई घूस की रकम है। ये डायरी
पुलिस के पास है और इसके आधार पर ही 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इस डायरी
में लिखे शब्द अगर सच्चे हैं तो ठाणे नगरपालिका के ढेरों अफसर बिल्डर की
जेब में हैं और उन्होंने शायद ईमान बेचकर इस अवैध इमारत पर आंखें मूंद लीं।
ठाणे
में चंद पैसों की लालच ने ली 74 लोगों की जान। सवाल उठे क्या कोई एक भी
शख्स नहीं था जो इस इमारत को बनने से रोकता। इस
डायरी में चंद नाम थे। और इन नामों के आगे कुछ रुपये लिखे गए थे। ठाणे
पुलिस का दावा है कि इस डायरी के मालिक इस इमारत के बिल्डर जमील कुरैशी और
सलीम शेख हैं। ये डायरी इन्हीं के दफ्तर से बरामद हुई है। अफसरों के नाम और उनके आगे लिखी एक रकम। ठाणे पुलिस ने इस
डायरी में दर्ज 15 लोगों में से आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बाकी को
गिरफ्तार करने की तैयारी कर रही है।
मुंबई
पुलिस की माने तो जैसे-जैसे ठाणे में मौत की ये इमारत बनती गई वैसे वैसे
बिल्डर जमील और सलीम ने अफसरों को पैसा खिलाया। पुलिस के पास मौजूद
इस डायरी में ये नाम इस ओर इशारा कर रहे
हैं कि भ्रष्टाचार की जड़ कैसे हर स्तर पर फैली हुई है।
पुलिस
के पास मौजूद इस डायरी में ठाणे के डिप्टी म्युनिसिपल कमिश्नर दीपक चव्हाण
के नाम के आगे 7 लाख, 75 हजार रुपये की रकम दर्ज है। इसी तरह इस डायरी में
ठाणे महानगर पालिका में असिस्टेंट कमिश्नर तोलबोले के नाम के आगे 4 लाख 45
हजार रुपये की रकम दर्ज है। जबकि ऑफिस सुपरिटेंडेंट बाबा साहेब आंधले के
नाम के आगे 1 लाख 5 हजार रुपये, सीनियर क्लर्क किशन मटके- 1 लाख 43 हजार
रुपये, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर जहांगीर सैयद- 12500 रुपये, डिप्टी
इंजीनियर इनामदार- 45 हजार रुपये, इंजीनियर रघुनाथ रावल साहेब- 21 हजार
रुपये की रकम दर्ज है।
इसके अलावा स्थानीय पार्षद हीरा पाटिल के नाम के आगे डायरी में 4 लाख 3 हजार रुपये लिखा गया है।
गौरतलब
है कि इन सभी लोगों को पुलिस ने लकी कंपाउंड केस के गिरने के मामले में
गिरफ्तार किया हैं। पुलिस के मुताबिक डायरी में इनके नाम के आगे दर्ज रकम
असल में वो घूस है जो इन्हें बिल्डर की तरफ से मिली है। ऊपर से लेकर नीचे
तक हर शख्स का नाम है इस डायरी में।
इस
डायरी में खान मैडम, संखे मैडम का भी नाम है। इनके नाम के आगे भी रकम लिखी
हुई है। बिल्डरों की इस डायरी में ठाणे महानगर पालिका में हुए अतिरिक्त
खर्च के नाम पर 2 लाख 64 हजार रुपये की रकम दर्ज की गई है। कुछ ऐसे नाम हैं
जो अभी भी गिरफ्तार नहीं हुआ है। इसमें महानगर पालिका के कोई सरकुमाकद और
वाघमारे साहेब हैं जिनके नाम के आगे पचास-पचास हजार रुपये लिखा है।
पुलिस
की माने तो डायरी में हर विभाग के लोगों का नाम है। सबको पैसे बंटे।
तहसीलदार से लेकर सर्वे करने वाले तक, पुलिस से लेकर वन विभाग तक। हर विभाग
के एक ना एक शख्स के आगे इस डायरी में रकम दर्ज है। बिल्डर पैसे दे रहे
थे। पुलिस की माने तो डायरी में दर्ज अफसर पैसे ले रहे थे हर उस नियम,
कायदे और कानून को तोड़ने के लिए। क्या 74 लोगों की कुर्बानी इस भ्रष्टाचार
के इस सिलसिले को तोड़ने में कामयाब होगी।
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