दिल्ली के अरबपति कारोबारी दीपक
भारद्वाज हत्याकांड मामले की जांच महंत प्रतिमानंद पर आकर अटक गई है। पुलिस
ने महंत की तलाश में गुरूवार को कई राज्यों में छापेमारी की, लेकिन महंत
का कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस को शक है कि प्रॉपर्टी को लेकर महंत ने
इस हत्याकांड में सूत्रधार की भूमिका निभाई जबकि हत्या की साजिश किसी और ने
रची थी।
अरबपति कारोबारी दीपक भारद्वाज
की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस ने महंत प्रतिमानंद की तलाश तेज कर दी
है। महंत की तलाश में पुलिस ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और
मथुरा समेत कई जगहों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान महंत प्रतिमानंद तो
पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा लेकिन पुलिस को ये जरूर पता चला कि वो कुछ समय
के लिए इन जगहों पर जरूर आया था।
पुलिस की जांच में हरिद्वार की एक प्रॉपर्टी भी आ गई है। जांच में पता चला
है कि दीपक भारद्वाज हरिद्वार में दीप गंगा प्रोजेक्ट नाम के हाउसिंग
प्रजोक्ट पर काम कर रहे थे। भारद्वाज ने इस प्रोजेक्ट का जिम्मा एक ठेकादार
को दे रखा था। उस प्रोजेक्ट में 20 करोड़ रूपए को लेकर ठेकेदार से विवाद
चल रहा था। पुलिस को शक है कि दीपक भारद्वाज की हत्या की जड़ में 20 करोड़
रूपए की वो मोटी रकम भी हो।
पुलिस
महंत और हरिद्वार के दीप गंगा प्रजोक्ट के अलावा दीपक भारद्वाज की
प्रॉपर्टी के एंगल को भी खंगाल रही है। पुलिस ये पता लगाना चाह रही है कि
कहीं दीपक भारद्वाज ने अपनी प्रॉपर्टी किसी के नाम तो नहीं की है। इस
सिलसिले में पुलिस ने भारद्वाज के कानूनी सलाहकार समेत कई और लोगों से भी
पूछताछ की है। अगर भारद्वाज ने अपनी वसीयत में किसी को अपनी संपत्ति का
हिस्सा दिया है तो उस सूरत में सीधे तौर पर परिवार शक के घेरे में होगा।
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