Sunday, October 7, 2012

वाड्रा का FB अपडेट- ‘मैंगो पीपल इन बनाना रिपब्लिक’





सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा द्वारा अपने फेसबुक अकाउंट पर ‘मैंगो पीपल इन बनाना रिपब्लिक’ कंटेंट पोस्ट किए जाने की रिपोर्ट के बाद इंडिया अंगेंस्ट करप्शन (आईएसी) ने कड़े तेवर दिखाई हैं। आईएसी ने वाड्रा से माफी मांगने को कहा है। आईएसी सदस्य अरविंद केजरीवाल के साथी कुमार विश्वास ने मांग की है कि भारत को ‘बनाना रिपब्लिक’ कहकर वाड्रा ने देश का अपमान किया है और इसपर वह माफी मांगें। 

उधर, रविवार को सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने आरोप लगाया कि केजरीवाल एंड कंपनी ने उन पर सस्ती लोकप्रियता के लिए आरोप लगाए हैं जबकि अरविंद केजरीवाल का कहना है कि वाड्रा उनके सवालों का जवाब दें आरोप न लगाएं। यही नहीं केजरीवाल ने तो आज कुछ और खुलासों का संकेत भी दे दिया है।
वाड्रा ने बयान में कहा है कि
-मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं और 21 सालों से कारोबार कर रहा हूं
-श्री केजरीवाल और श्री भूषण के लगाए गए सभी आरोप झूठे, बेबुनियाद हैं और इसका मकसद मेरा और मेरे परिवार की छवि खराब करना है
-मेरे सभी कारोबारी लेन-देन फाइनेंशियल स्टेटमेंट से जाहिर हैं और सब कुछ कानून के तहत हुआ है। जो सच जानना चाहते हैं उनके लिए ये सब पब्लिक डोमैन में उपलब्ध है
-श्री केजरीवाल और श्री भूषण ने सभी आरोप इरादतन लगाए हैं, और ये सब अपनी राजनीतिक पार्टी को लॉन्च करने और सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के मकसद से भी किया गया है
दो दिन बाद आया वाड्रा का ये बयान इस लिए भी अहम है क्योंकि उन पर कांग्रेस और रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ के पीछे छिपने के आरोप लग रहे थे। उधर अरविंद केजरीवाल का कहना है कि वाड्रा की सफाई के बाद भी उन्हें अपने सवालों के जवाब नहीं मिल पाए हैं।
केजरीवाल का कहना है कि रॉबर्ट वाड्रा ने अपने बयान में डीएलएफ के साथ अपने रिश्ते और कंपनी से बिना ब्याज मिले कर्ज के बारे में कुछ नहीं कहा है। वाड्रा ने इस सवाल का भी जवाब नहीं दिया कि 3 साल में उनकी कंपनी की संपत्ति 50 लाख से 300 करोड़ कैसे पहुंची।
केजरीवाल के मुताबिक वाड्रा ने ये भी जवाब नहीं दिया कि क्या गांधी परिवार में आने से पहले से उनके व्यापारिक रिश्ते डीएलएफ के साथ थे? हालांकि वाड्रा ने दावा किया कि केजरीवाल और प्रशांत भूषण ने उनकी कंपनियों से जुड़े आंकड़े तोड़मरोड़ कर पेश किए हैं।
लेकिन केजरीवाल का कहना है कि उनकी नीयत पर सवाल खड़े करने से वाड्रा की सच्चाई नहीं छिप सकती। बहरहाल इस मसले पर जिस तरह से तू-तू मैं मैं बढ़ रही है उससे लगता है कि ये मामला कोर्ट तक भी जा सकता है। वाड्रा ने कहा है कि केजरीवाल और उनके साथ उनकी छवि धूमिल कर रहे हैं।
डीएलएफ ने भी अपनी सफाई में कहा था कि वाड्रा को बिना ब्याज कर्ज नहीं दिया गया था। उधर केजरीवाल ने दावा किया है कि सोमवार वो इस मामले में और खुलासा करेंगे, ऐसे में साफ है कि दोनों ही पक्षों को अभी कई और सवालों के जवाब देने हैं।


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