यश चोपड़ा (1932-2012) हाल ही में
80 साल के हुए यश चोपड़ा जब अपने जन्म दिन के मौके पर सामने आए थे तो उनके
हाव भाव से साफ था कि वो बिल्कुल स्वस्थ और तंदरुस्त हैं। इसके बाद 10
अक्टूबर की रात अमिताभ बच्चन के जन्म दिन के मौके पर वो आखिरी बार
सार्वजनिक तौर पर देखे गए लेकिन इसके अगले ही दिन उनकी तबियत बिगड़ गई।
सांस
में तकलीफ और बेचैनी के चलते 13 अक्टूबर को उन्हें लीलावती अस्पताल में
भर्ती किया गया। खबर आई कि उन्हें डेंगू हो गया है लेकिन रविवार शाम करीब
साढ़े 5 बजे जैसे ही खबर आई कि यश चोपड़ा साहब हमारे बीच में नहीं रहे तो
बॉलीवुड में शोक की लहर फैल गई।
खबर मिलते ही शाहरुख खान, दिलीप कुमार, अनिल कपूर, मधुर भंडारकर, संजय
दत्त, कुणाल कोहली समेत तमाम सितारे लीलावती अस्पताल पहुंच गए। जबकि अमिताभ
बच्चन, सलमान खान, प्रियंका चोपड़ा, ऐश्वर्या राय समेत कई कलाकार उन्हें
श्रद्धांजलि देने के लिए यशराज स्टूडियो में पहुंचे।
यश चोपड़ा ने अपने 50 साल के फिल्मी करियर
में 53 फिल्में बनाईं जिनमें से 22 फिल्मों का उन्होंने खुद निर्देशन किया।
1959 में धूल का फूल बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म थी और ‘जब तक है जान’
उनकी आखिरी फिल्म है जो 13 नवंबर को दीवाली के दिन रिलीज हो रही है।
1973
में यशराज फिल्म्स के नाम से खुद का प्रोडक्शन हाउस खोला। यश चोपड़ा का
जन्म 27 सितंबर 1932 को लाहौर में हुआ था। विभाजन के बाद उनका परिवार पंजाब
के जालंधर में बस गया। जालंधर में मौजूद उनके परिवार में इस दुखद खबर के
बाद शोक का माहौल है।
यश
चोपड़ा के पार्थिव शरीर को बीती रात उनके जुहू स्थित बंगले पर लाया गया।
करीब एक घंटे तक रखने के बाद उन्हें यशराज स्टूडियो ले जाया गया जहां दोपहर
12 बजे तक लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे। तीन बजे विले पार्ले के पवन
हंस श्मशान भूमि में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 50 साल तक हमें खुशी
के लम्हें देने वाले किंग ऑफ रोमांस को आखिरी सलाम।
अमिताभ
बच्चन को महानायक बनाने में यश चोपड़ा का बड़ा रोल था। यश जी आखिरी बार
बच्चन साहब के 70 वे जन्म दिन पर ही नजर आए थे। अमिताभ बच्चन ने उन्हें याद
करते हुए अपने ब्लॉ़ग में पुरानी यादों और आखिरी मुलाकात दोनों को सहेजा
है। इस ब्लॉग में अमिताभ ने यश चोपड़ा के संघर्ष के दिनों को भी याद किया
जब उनके पास बस एक छोटा सा ऑफिस होता था, जिसमें फर्नीचर के नाम पर बस दो कुर्सियां होती थीं।
बता
दें कि यश चोपड़ा का पार्थिव शरीर अभी यशराज स्टूडियो में रखा गया है जहां
उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। अंतिम दर्शन दोपहर 12
बजे तक होंगे उसके बाद तीन बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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