रमाबाई मैदान से हुंकार भरते हुए मायावती
ने केंद्र और राज्य की अखिलेश सरकार पर हमला बोला। कांशीराम की पुण्यतिथि
पर घोषित अवकाश को रद्द किए जाने के एसपी सरकार के फैसले पर माया ने राज्य
सरकार को घेरा तो इसे राष्ट्रीय शोक न मनाने के फैसले पर केंद्र पर भी हमला
किया। माया ने दोनों दलों को दलित विरोधी बताया।
यूपी
विधानसभा चुनाव में हार के बाद पहली बार किसी रैली को संबोधित करते हुए
माया ने कहा कि वर्तमान एसपी सरकार शहर और योजनाओं के नाम बदल रही है।
इन्हें बाबा साहब अंबेडकर और अन्य दलित नेताओं के नामों पर रखा गया था और
एसपी शासन में कुल 24 मूर्तियां तोड़ी गईं हैं। यही नहीं मेरी मूर्ति को भी
तोड़ा गया। दलित राजनीति करने वाली माया ने इस बार भी इसी ओर अपने भाषण का
रुख मोड़ते हुए नौकरियों में आरक्षण के बिल की बात कही। माया ने कहा कि यह
बिल अभी तक संसद में अटका है।
प्रदेश में 6 महीने पहले ही जीतकर आई
समाजवादी पार्टी की सरकार पर हमला करते हुए पूर्व सीएम मायावती ने कहा इस
सरकार को यादवों को छोड़ न तो ओबीसी की फिक्र है न मुस्लिमों की। एसपी पर
चुनावी वादे पूरे न करने का आरोप लगाते हुए माया ने कहा कि इस राज में यूपी
क्राइम प्रदेश बन गया है।
समाजवादी पार्टी के खिलाफ खुलकर गुस्से का
इजहार करते हुए माया ने कहा कि यह सरकार काम कम और ढिंढोरा खूब पीट रही है।
मुलायम और उनके परिवार पर हमला करते हुए माया ने कहा कि अगर आरक्षण न होता
तो यह पूरा परिवार भैंस चराता।
एसपी
सरकार पर हमेशा से जुर्म को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहा है। पूर्व सीएम
माया ने कहा कि इस सरकार को गुंडे चला रहे हैं जिससे महिलाएं बिल्कुल भी
सुरक्षित नहीं रह गई हैं।
माया
ने अपने कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि हमारे शासन में राज्य की कानून
व्यवस्था दुरुस्त थी लेकिन वर्तमान सरकार के 6 महीने के कार्यकाल में ही
एक दर्जन दंगे हो गए। राज्य सरकार पर दलित विरोधी नीति अपनाने का आरोप
लगाते हुए बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि कुल अपराधों में से सिर्फ 20 फीसदी की
ही एफआईआर दर्ज की गई हैं। पूर्व सीएम ने कहा कि यूपी क्राइम प्रदेश बन
गया है और एसपी शासन में गुंडों को प्रमोशन दिया जा रहा है।
माया
को कुर्सी से हटाकर सीएम पद पर काबिज हुए अखिलेश यादव पर हमला करते हुए
माया ने कहा कि वह सिर्फ ‘घोषणा सीएम’ तक ही सीमित हैं। माया ने कहा कि
हमने बेरोजगारों के हाथों में भत्ते की जगह नौकरियां दीं लेकिन अखिलेश
घोषणाओं में अपने बाप मुलायम से भी आगे आ गए हैं। अखिलेश सरकार की लैपटॉप
और टैबलेट देने के योजना पर हमला करते हुए माया ने कहा कि इसका अंत इनके
दुकानों पर बिकने से होगा।
राज्य
की जनता की पीड़ा के लिए बीजेपी-कांग्रेस को भी निशाने पर लेते हुए माया
ने कहा कि इन दो दलों ने भी चुनाव में यह सोचकर काम किया कि मायावती दोबारा
सत्ता में न आने पाए। वह हमारी कामयाबी से डर चुके थे। माया ने कहा कि अगर
बीजेपी-कांग्रेस कमजोर उम्मीदवारों को खड़ा कर एसपी उम्मीदवारों की जीत का
मार्ग प्रशस्त न करती तो हम 250 सीट जीतते।
बीते
दिनों यूपी के कद्दावर मंत्री और मुलायम सिंह यादव के भाई शिवपाल सिंह
यादव ने प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में घूस लेने की सलाह दे डाली थी।
माया ने इसी बयान पर एसपी की खिंचाई करते हुए कहा कि यहां मंत्री ही
भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हैं। रिटेल में एफडीआई से किसानों के नुकसान का
जिक्र करते हुए माया ने कहा कि अगर इससे किसानों को फायदा हुआ तो ही समर्थन
दिया जाएगा।
No comments:
Post a Comment