दिल्ली में बिजली की बढ़ी कीमतों के विरोध
में आज बीजेपी भी उतर आई। यह अरविंद केजरीवाल के हाथों मुद्दा जाने का डर
था या दिल्लीवालों की फिक्र जिसने पार्टी को ऐसा करने को मजबूर किया?
केजरीवाल और बीजेपी नेता विजय गोयल ने इस मौके पर मंच भी बांटा लेकिन
केजरीवाल ने साथ ही यह भी कह दिया कि उन्हें किसी पार्टी की जरूरत नहीं है।
केजरीवाल और विजय गोयल ने डीईआरसी का घेराव भी किया।
आईबीएन7
से बातचीत में केजरीवाल ने बीजेपी से पूछा कि आखिर वह दरें घटाने की कापी
क्यों दबाकर बैठी है? मुख्य विपक्षी पार्टी होकर भी बीजेपी ने ये मु्द्दा न
तो संसद में और न ही विधानसभा में उठाया। केजरीवाल ने कहा कि हमें किसी
तरह का क्रेडिट नहीं चाहिए लेकिन बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही आपस में मिले
हुए हैं।
वहीं बीजेपी भी आज बिजली की बढ़ी दरों के
खिलाफ प्रदर्शन कर रही है। पार्टी नेता वियज गोयल के साथ मंच पर आकर
केजरीवाल ने पूछा कि 4 मई 2010 को डीईआरसी के तत्कालीन अध्यक्ष ने आर्डर
बनाया था कि बिजली की दरें 23 फीसदी घटनी चाहिए लेकिन शीला दीक्षित ने ये
आर्डर दबा दिया। बीजेपी को ये पता था लेकिन उन्होंने ये मुददा क्यो नहीं
उठाया?
दूसरा
तरफ विजय गोयल ने कहा कि मेरा मुद्दा बिजली के दाम घटाना है। जो भी हमें
इस पर समर्थन देगा हम उसका स्वागत करेंगे, केजरीवाल जी का भी। विरोध में
उतरे आरडब्ल्यूए सदस्यों और बीजेपी कार्यकर्ताओं ने डीईआरसी चेयरमैन पीडी
सुधाकर का घेराव किया। जिसके बाद पुलिस को बीच बचाव के लिए आगे आना पड़ा।
इससे
पहले, आसमान छूते बिजली के बिलों के लेकर डीईआरसी यानी दिल्ली
इलेक्ट्रिसिटी रेग्युलेटरी कमीशन और आरडब्लूए की बैठक में जमकर हंगामा हुआ।
इसके बाद दिल्ली पुलिस अंदर पहुंची और उसने आरडब्लूए के सदस्यों को बाहर
निकाला।
लोगों
की शिकायतों और राजनीतिक बबाल के बाद डीएआरसी ने आरडब्लूए के सदस्यों साथ
बैठक बुलाई थी। बैठक में आरडब्लूए के सदस्यों ने काली पट्टी पहनकर, काले
झंडे लहराकर और टेबल थपथपाकर अपना विरोध दर्ज कराया। लोगों की मांग थी
डीईआरसी स्लैब में बदलाव करें।
डीईआरसी
की नई योजना के मुताबिक पहले स्लैब में बदलाव कर 0 से 200 यूनिट तक की
बिजली को 3 रुपये 70 पैसे प्रति यूनिट के हिसाब से ही फिक्स किया जाएगा।
200
से 400 यूनिट तक का रेट 5 रुपये 70 पैसा रखा जाएगा। यानी दूसरे स्लैब में
बिजली की दर में एक रुपये का इजाफा हुआ जबकि 400 से ज्यादा यूनिट के लिए 6
रुपये 40 पैसे के हिसाब से बिल देना होगा।
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