राष्ट्रपति चुनाव से सम्बंधित प्रथम बहस में
ओबामा पर भारी पड़ने के बाद रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी ने अब स्विंग
राज्यों के उन हिस्सों में जोरदार तरीके से कदम रखा है, जहां 2008 के
राष्ट्रपति चुनाव में राष्ट्रपति बराक ओबामा को समर्थन मिला था। रोमनी की
यह नई रणनीति ऐसे समय में सामने आई है, जब तीन नए राष्ट्रीय सर्वेक्षणों
में उन्हें भारी बढ़त के संकेत मिले हैं। तीनों सर्वेक्षणों का औसत, यानी
सीएनएन के सर्वेक्षणों के सर्वेक्षण से पता चला है कि रोमनी, ओबामा के 47
पर्सेंट के मुकाबले 48 पर्सेंट की मामूली बढ़त से आगे चल रहे हैं।
ओबामा
के भविष्य में एक बड़े बदलाव का संकेत देते हुए पेव रिसर्च सेंटर ने
स्पष्ट किया है कि रोमनी, ओबामा के 45 पर्सेंट के मुकाबले 49 पर्सेंट से
आगे हैं। जबकि पेव द्वारा मध्य सितम्बर में किए गए सर्वेक्षण में ओबामा को
सम्भावित मतदाताओं में 43 पर्सेंट के मुकाबले 51 पर्सेंट से आगे बताया गया
था। गैलप के दैनिक सर्वेक्षण में भी संकेत है कि रोमनी सम्भावित मतदाताओं
में ओबामा के 47 पर्सेंट के मुकाबले 49 पर्सेंट से आगे हैं। जबकि एआरजी के
सर्वेक्षण में संकेत है कि रोमनी को 48 पर्सेंट व ओबामा को 47 पर्सेंट
समर्थन हासिल है।
सितम्बर के अंत में कराए गए एआरजी के
सर्वेक्षण के अनुसार, राष्ट्रपति ओबामा को 49 पर्सेंट समर्थन हासिल था,
जबकि रोमनी को 46 पर्सेंट।
ओबामा
खेमे ने हालांकि मंगलवार को नए सर्वेक्षणों पर प्रकाश डाला। ओबामा के
अभियान की प्रवक्ता जेन सेकी ने विशेष विमान, एयर फोर्स वन पर सवार
संवाददाताओं से कहा कि हम अपनी खुद की योजना क्रियान्वित कर रहे हैं। हम
अपने समर्थकों से सम्पर्क करने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
राजनीतिक
मामलों पर केंद्रित समाचार वेबसाइट, पॉलिटिको के अनुसार, सेकी ने कहा कि
मिट रोमनी के अभियान के विपरीत, ओबामा खेमा अभी भी उन हर राज्यों में
जोरदार तरीके से प्रतिस्पर्धा में है, जहां शुरू से ही ओबामा अपनी पकड़
बनाए हुए हैं। रोमनी खेमा पेंसिलवेनिया से सम्भवत: पीछे हट गया है और वह अब
ओहियो पर अपने ध्यान केंद्रित कर रहा है।
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