Tuesday, July 9, 2013

बीवी-भतीजे के साथ बंद फ्लैट में छुपे थे राघव जी


नौकर के यौन शोषण में फंसे मध्य प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री राघवजी को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। राघवजी की जमानत याचिका पर कल भोपाल की सेशन कोर्ट में सुनवाई होगी। आज जिला अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्याययिक हिरासत में भेज दिया है।
दरअसल भोपाल के हबीबगंज थाने की पुलिस उन्हें सोमवार से ही तलाश कर रही थी लेकिन वो गिरफ्तारी के डर से अंडरग्राउंड हो गए थे। इस मामले में कथित रूप से नौकर के साथ अप्राकृतिक यौनाचार की उनकी सीडी भी सामने आई थी।
जिस थाने की नींव वित्त मंत्री रहते हुए राघवजी ने रखी थी, उसी थाने में जब उन्हें गिरफ्तार कर लाया गया तो थाने के बाहर उनकी एक झलक कैद करने के लिए मीडिया का हुजूम खड़ा था। जबरदस्त सुरक्षा इंतजाम के बीच राघवजी को हबीबगंज थाने से मेडिकल जांच के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया।
नौकर से अप्राकृतिक यौनाचार का मामला दर्ज होने के बाद से ही भोपाल पुलिस को राघवजी की तलाश थी। बीते 24 घंटे से पुलिस उनकी तलाश कर रही थी लेकिन उनका कोई अता-पता नहीं था। सोमवार को पुलिस सुबह 5 बजे ही चार इमली स्थित उनके बंगले पर पहुंची लेकिन वो नहीं मिले। इसके बाद विधानसभा के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया लेकिन वो वहां भी नहीं पहुंचे। रात 12 बजे के बाद शहर की नाकेबंदी कर दी गई। इसके बाद उनके ओएसडी से पूछताछ की गई।
जिसके बाद पुलिस ने राघवजी के फोन को सर्विलांस पर रखा। मोबाइल सर्विलांस में उनकी लोकेशन कोहे फिजा इलाके में मिली। कोहे फिजा इलाके में उनकी भतीजी का आश्रम है। उसी आश्रम के बगल की बहुमंजिली इमारत के फ्लैट नंबर 102 में राघवजी अपनी पत्नी और भतीजे के साथ बंद थे। फ्लैट के बाहर ताला लटका था। पुलिस ने ताला तोड़कर राघवजी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस का दावा है कि राघवजी किसी शातिर अपराधी की तरह अपने ठिकाने बदल रहे थे। हाई प्रोफाइल केस होने की वजह से पुलिस पर काफी दबाव था। पुलिस को पूरे मामले की जांच में करीब 40 घंटे लगे और राघवजी को पकड़ने में करीब 24 घंटे। इस दौरान पुलिस ने कई ठिकानों पर छापे भी मारे हालांकि बीजेपी ने पूरे मामले के सामने आने के बाद राघव जी को पार्टी से निकाल दिया है। लेकिन कभी बीजेपी के कद्दावर नेता रहे राघवजी ने कांग्रेस को विधानसभा चुनाव से पहले हमले का मौका दे ही दिया है।
कथित सेक्स सीडी विवाद सामने आने के बाद राज्य सरकार फौरन हरकत में आई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राघवजी का इस्तीफा लेने के साथ ही कथित सेक्स सीडी बनवाकर पोल खोलने के दावे करने वाले शिव शंकर पटेरिया को भी पार्टी से सस्पेंड करा दिया था लेकिन तमाम तरीके अपनाने के बावजूद आने वाले चुनाव में बीजेपी पर ये मामला भारी पड़ सकता है।
क्या था मामला?
विदिशा जिले के एक युवक ने भोपाल के हबीबगंज थाने में एक चौंकाने वाली शिकायत दर्ज कराई थी। उसने शपथपत्र देकर कहा था कि वो राघवजी के यहां 2010 से रहता है। नौकरी दिलाने के नाम पर राघवजी पहले तो मालिश कराते थे, लेकिन धीरे-धीरे उन्होंने अश्लील हरकतें करना शुरू कर दिया। कुछ दिनों बाद उन्होंने यौन शोषण करना शुरू कर दिया। ये सिलसिला मई 2013 तक चलता रहा। मंत्री के बंगले में रहने वाले दो और लोगों को जब इसका पता चला तो उन्होंने भी युवक का यौन शोषण किया।
अपने आरोप के सबूत में युवक ने सीडी भी पेश की, जो उसके एक दोस्त ने शूट की थी। उस वक्त पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान औऱ पार्टी अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने आनन-फानन में राघव जी का वित्तमंत्री पद से इस्तीफा ले लिया।
राघवजी 1958 से भारतीय जनसंघ से जुड़े हैं। दो बार लोकसभा और दो बार राज्य सभा में सांसद रह चुके हैं। विधानसभा में हैट्रिक बना चुके हैं। बीजेपी के इतने कद्दावर मंत्री के ऊपर एक लड़के की तरफ से लगाए गए आरोप आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए मसालेदार मुद्दा तो बनेंगे ही जिनका जवाब देना शिवराज सरकार के लिए मुश्किल होगा।

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