लखनऊ के गोमती
नगर में 4 साल की एक बच्ची की हत्या कर दी गई। सड़क किनारे सो रही बच्ची
पहले तो गायब हो गई। बाद में ढूंढने पर उसकी लाश मिली। पहले तो स्थानीय
थाने की पुलिस ने ये तक कह दिया कि बच्ची को कुत्ते उठा ले गए। लेकिन बाद
में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि बच्ची को चाकू से गोदा गया और उसे
इतनी यातनाएं दी गईं जिससे उसकी मौत हो गई। फिलहाल पुलिस के आला अधिकारी
जांच की बात कर रहे हैं।
मामला
रविवार रात का है जब सड़क किनारे अपनी मां के साथ सो रही एक बच्ची अचानक
लापता हो गई। सुबह पता चलने पर लोगों ने जब खोजबीन शुरू की तो थोड़ी ही
दूरी पर बच्ची की लाश मिली। स्थानीय थाने की पुलिस ने बच्ची की लाश का
पोस्टमॉर्टम तक नहीं कराया और ये कह दिया कि बच्ची को आवारा कुत्तों ने मार
डाला। लेकिन जब मामले ने तूल पकड़ लिया तो आला अफसरों ने आनन फानन में
बच्ची का अंतिम संस्कार रोककर उसका पोस्टमॉर्टम कराया। रिपोर्ट आने के बाद
इस बात की तस्दीक हो गई कि ये किसी कुत्ते का काम नहीं है। बल्कि बच्ची को
बेरहमी से चाकू से गोदा गया। बच्ची के निजी अंग पर भी चोट के निशान थे।
रिपोर्ट
आने के बाद बड़े अधिकारी भी ये मान रहे हैं कि मामला क्रूरता से की गई
हत्या का है। मगर अभी तक हत्यारा अज्ञात है। अगर स्थानीय पुलिस मामले को
रफा-दफा करने की कोशिश नहीं करती तो हो सकता था कि उसे मौके से कोई सुराग
मिलता। लेकिन अपनी लापरवाही से पुलिस ने शायद वो सुराग हासिल करने का मौका
भी गंवा दिया। सवाल यही है कि क्या पुलिस अब उस शख्स को ढूंढ पाएगी जिसने 4
साल की एक बच्ची को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया।
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