Monday, July 8, 2013

असम में ब्रह्मपुत्र का कोहराम, बंगाल में तबाही

उत्तराखंड के अलावा देश के कई हिस्से इस समय बाढ़ की चपेट में हैं। असम में ब्रह्मपुत्र ने कोहराम मचा रखा है तो गंगा और महानंदा जैसी नदियों ने पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बना दिए हैं। असम के 10 से ज्यादा शहर इस वक्त बाढ़ की चपेट में हैं। सैकड़ों गांवों से संपर्क कट गया है। काजीरंगा नेशनल पार्क के निचले इलाके में बाढ़ का पानी घुस गया है।
पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बाढ़ ने जमकर तबाही मचा रखी है। जलपाई गुड़ी में भारी बारिश के चलते तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। हालत ये है कि कस्बों में 3-4 फुट तक पानी जमा है। घरों में पानी घुसने से लोग परेशान हैं। मालदा में भी बाढ़ ने जमकर तबाही मचाई है। उफनती गंगा ने किनारे पर बसे गावों को जमकर नुकसान पहुंचाया है। तेज बहाव के चलते बड़ी तादाद में नदी किनारे के खेत कट चुके हैं।
कूचबिहार में भी बाढ़ का कमोबेश यही आलम है।
असम में ब्रह्मपुत्र नदी का कहर हर बार की तरह इस बार भी लोगों पर कहर बन कर टूट रहा है। चिरांग, मोरीगांव, धेमाजी, गोलाघाट, कामरूप, करीमगंज, जोरहाट, लखीमपुर, नगांव, शिबसागर और तिनसुकिया जिले बाढ़ की चपेट में हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक करीब 300 गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है और 2 लाख से ज्यादा की आबादी प्रभावित हुई है। गांवों में पानी घुसने के चलते लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्गों पर शरण ले रखी है, लेकिन कई इलाकों में बाढ़ का पानी सड़क तक आ पहुंचा है। सबसे बुरा हाल उन किसानों का है जिनकी हजारों हेक्टेअर फसल पानी में डूब कर बर्बाद हो गई है।
वहीं इंसानों के अलावा जानवर भी इस बाढ़ के सताए हुए हैं। असम के मशहूर काजीरंगा नेशनल पार्क में भी बाढ़ का पानी घुस गया है। जानवर अपनी जान बचाकर सुरक्षित जगहों की ओर जा रहे हैं। लोगों की शिकायत है कि मुश्किल की इस घड़ी में सरकार उनके लिए कुछ नहीं कर रही है। निराश लोग अब ऊपरवाले से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

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