अहमदाबाद में
आज ऐतिहासिक जगन्नाथ यात्रा निकाली जा रही है। अहमदाबाद में रथयात्रा के 16
किलोमीटर लंबे रास्ते की सुरक्षा के लिए पुलिस और मंदिर प्रशासन ने पूरी
तैयारियां की हैं। आतंकी हरकत पर नजर रखने के लिए यूएवी का इस्तेमाल किया
जा रहा है। जिससे आसमान से यात्रा की निगरानी की जा सके। पूरे रास्ते में
जगह-जगह सीसीटीवी लगाए गए हैं। साथ ही रथ में जीपीआरएस भी लगाया गया है।
सुरक्षा में 20 हजार जवान लगाए गए हैं।
अहमदाबाद
में भगवान जगन्नाथ की 136वीं रथयात्रा निकाली जा रही है। तड़के 4 बजे
भगवान जगन्नाथ की महाआरती की गई। सुबह 7 बजे मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने
पूजा की और रथ खींचकर यात्रा की शुरुआत की। इस रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ,
उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के रथ चल रहे हैं। इन रथों के आगे 18
हाथी, 101 ट्रक, 30 अखाड़े, 18 भजन मंडली शामिल हैं। रथ को खींचने के लिए
12 सौ खलासी जुटे हुए हैं। यात्रा में हिस्सा लेने के लिए देश भर से 3000
से ज्यादा साधु-संत यहां पहुंचे हैं।
दूसरी
तरफ खुफिया एजेंसियों ने आतंकी हमले की चेतावनी दी है। लिहाला गुजरात
पुलिस और सरकार जगन्नाथ यात्रा की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
रथयात्रा के पूरे रूट पर 20 हजार जवान तैनात हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश
से पुलिस टीम मंगाई गई है। भगवान जगन्नाथ के रथ की सुरक्षा क्राइम ब्रांच
और एटीएस के हवाले है। गुजरात के डीजीपी अमिताभ पाठक के मुताबिक हमने
रथयात्रा की पूरी तैयारी कर ली है अहमदाबाद पुलिस के आलावा बाहर से भी भारी
पुलिस बल को तैनात किया जाएगा। रथयात्रा अहमदाबाद के कई संवेदनशील इलाकों
से गुजरेगी। इसलिए पुलिस पूरी तरह चौकन्नी है। महाबोधि मंदिर में हुए हमले
के बाद सुरक्षा किसी तरह का कोई खतरा नहीं मोल लेना चाहती हैं।
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