प्रमोशन में आरक्षण के मुद्दे ने
यूपी की राजनीति में उबाल ला दिया है। यहां आरक्षण समर्थकों और विरोधियों
ने आज शक्ति प्रदर्शन की पूरी तैयारी कर ली है। उधर आरक्षण के विरोध में
केजरीवाल की आम पार्टी भी कूद पड़ी है तो उत्तराखंड के कर्मचारी बेमियादी
हड़ताल पर चले गए हैं। कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए पुलिस और प्रशासन
को सतर्क कर दिया गया है।
प्रमोशन
में आरक्षण बिल को को लेकर यूपी में माहौल गर्म है। यहां आरक्षण विरोधी
करीब 18 लाख कर्मचारी तीन दिनों से हड़ताल पर हैं। रविवार को इन
कर्मचारियों ने बैठक के बाद और सख्त रुख अख्तियार कर लिया। कर्मचारियों ने
धमकी दी है कि सोमवार को आरक्षण विरोधी और बड़ा किया जाएगा, कर्मचारी
सड़कों पर भी प्रदर्शन करेंगे, यही नहीं दूसरे राज्यों के कर्मचारियों को
भी साथ लिया जा रहा है। आरक्षण विरोधियों का दावा है कि उनके आंदोलन में
केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी साथ है।
सर्वजन हिताय समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र
दुबे के मुताबिक हम कर्मचारी है और कर्चारियों की लड़ाई लड़ रहे हैं।
पदोन्नति में आरक्षण के लिए हम लड़ रहे हैं। संविधान संसोधन रोका जाए इसके
लिए हम लड़ रहे हैं। इसपर वोटिंग होने जा रही है। जनता को किसी भी तरीके की
कोई तकलीफ नहीं होगी।
उधर
उत्तराखण्ड में भी प्रमोशन पर आरक्षण को लेकर बबाल शुरू हो गया है और बिल
के विरोध में यहां के कर्मचारियों ने बेमियादी हड़ताल का ऐलान कर दिया है।
रविवार को बिल के विरोध में कर्मचारियों ने देहरादून में रैली भी निकाली और
केंद्र सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। हड़ताली कर्मचारियों ने दावा
किया है कि राज्य के 6 लाख कर्मचारी उनके साथ हैं और इन लोगों ने धमकी दी
है कि सोमवार को वो इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर देंगे।
आरक्षण
समर्थकों की तैयारी भी पूरी है। आरक्षण विरोधियों के आंदोलन के जवाब में
ये गुट भी सोमवार को अपने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुट गया है। इनका
कहना है कि उन्हें शांतिपूर्वक काम करने से रोका गया, तो इसका जवाब सड़क पर
उतर कर देंगे। आरक्षण बचाओ समिति के संयोजक अवधेश वर्मा के मुताबिक सरकार
व्यवस्था करे कि अगर हम काम करना चाहते हैं तो हमें काम करने दिया जाए। अगर
यह बिल पास नहीं होता है तो हम दिल्ली में जाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
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