हिमाचल प्रदेश में वोटिंग को तकरीबन डेढ़
महीना बीत चुका है लेकिन चुनाव परिणाम अब तक ईवीएम मशीन में ही कैद हैं।
चुनाव आयोग के गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना एक ही दिन
कराने के फैसले के चलते ऐसा हुआ है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण
आडवाणी ने आयोग के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं।
गुजरात
विधानसभा चुनाव में वोट डालने पहुंचे आडवाणी ने कहा कि चुनाव आयोग को इस
बात का ध्यान रखना चाहिए था और जब दो राज्यों में चुनाव थे तो गुजरात और
हिमाचल के वोटों की गिनती करने में इतना अंतराल नहीं होना चाहिए था।
आडवाणी ने कहा कि गुजरात में तो मतदान करने
के बाद हमें दो दिन के भीतर परिणाम पता चल जाएंगे लेकिन मैं हिमाचल प्रदेश
के मतदाताओं के बारे में सोचता हूं जिन्हें लगभग डेढ़ महीने का इंतजार करना
पड़ा। मैं ये नहीं मानता हूं कि हिमाचल के चुनाव परिणाम का यहां कुछ असर
पड़ता। चुनाव आयोग को दोनों राज्यों में चुनाव कार्यक्रम बनाते समय इस बारे
में
विचार करना चाहिए था।
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