न्यूयॉर्क। एक भारतीय प्रवासी को एक
सबवे स्टेशन पर रेलगाड़ी के सामने धकेलने वाली संदिग्ध महिला ने पुलिस को
बताया है कि 9/11 के बाद से उसे हिंदुओं और मुसलमानों से घृणा हो गई। इसके
बाद पुलिस ने उसपर घृणा अपराध के लिए सेकंड डिग्री हत्या का आरोप तय किया
है। अभियोजकों ने शनिवार को महिला की पहचान ब्रांक्स की एरिका मेनेंडेज के
रूप में की। इस महिला ने कथितरूप से भारत में पैदा हुए क्वींस के सुनंदो
सेन को गुरुवार को रेलगाड़ी के आगे धकेल दिया था।
क्वींस
के जिला अटार्नी रिचर्ड ए. ब्राउन ने एक बयान में कहा, उसने कहा कि मैंने
एक मुस्लिम को रेलगाड़ी के आगे इसलिए धकेल दिया, क्योंकि मैं 2001 से ही
हिंदुओं और मुसलमानों से घृणा करती हूं'।
सीएनएन
ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा था कि गुरुवार शाम 11 डिब्बो वाली
रेलगाड़ी जैसे ही स्टेशन में प्रवेश की, एक महिला तेजी के साथ प्लेटफार्म
की ओर बढ़ी और सेन को पटरी पर धकेलने से पहले मन में कुछ बुदबुदाई।
ग्राफिक
डिजाइनर सेन (46) का शव रेलगाड़ी के दूसरे डिब्बे के नीचे फंसा पाया गया
था। सेन अपर वेस्ट साइड पर न्यू एम्सटर्डम कॉपीज नामक फोटो कॉपी का छोटा-सा
कारोबार चलाते थे। न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के प्रमुख प्रवक्ता, पॉल ब्राउन
ने इसके पहले कहा था कि महिला ने सुनंदो सेन की हत्या में खुद को शामिल
होने से सम्बंधित बयान दिया। सुरक्षा वीडियो में किसी को घटनास्थल से भागते
हुए देखा गया था।
ब्राउन
ने कहा कि मेनेंडेज को शनिवार अपराह्न एक एक कतार में पहचाना गया था। एक
राहगीर ने ब्रुकलिन में एक सड़क पर दिन में ही उसे पहचान लिया था और उसने
9/11 पर फोन कर दिया। फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह वीडियो में दिखाई
गई महिला से मेल खाती है।
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