पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक के बयान
पर भारतीय सियासी गलियारों में जैसे ही हड़कंप मचा, मलिक अपने बयान से
पलटने को मजबूर हो गए। रहमान मलिक ने अपने पहले के बयान पर सफाई देते हुए
कहा है कि मैंने 26/11 हमले की तुलना बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले से कभी
नहीं की। रहमान मलिक ने कहा कि वो दोनों देशों के बीच दोस्ताना माहौल
बढ़ाने के लिए भारत दौरे पर आए हैं।
इससे
पहले रहमान मलिक ने शुक्रवार की शाम भारत पहुंचने पर कहा था कि मुंबई पर
हुआ हमला, समझौता ब्लास्ट मामला और बाबरी विध्वंस जैसे वाकये नहीं होने
चाहिए। ऐसा होने पर दोनों देशों के बीच सद्भाव पर खराब असर पड़ता है। रहमान
के इस बयान पर भारतीय सियासी गलियारे में भूचाल आ गया। बीजेपी और नरेंद्र
मोदी ने इसे मुद्दा बना लिया जिसके बाद रहमान मलिक अपने बयान से पलटने को
मजबूर हुए।
इस वक्त गुजरात के चुनावी संग्राम में घिरे
मोदी ने पालनपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते वक्त कहा कि पाकिस्तान
के गृह मंत्री मुंबई हमले की तुलना अयोध्या मसले से कर रहे हैं। इस पर भारत
के प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए।
बीजेपी
के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा कि जब पाकिस्तान के गृह मंत्री ने इस
तरह का विवादास्पद बयान दिया, तो उस वक्त मौके पर मौजूद भारत के मंत्री को
उन्हें रोकना चाहिए था। पार्टी नेता विनय कटियार ने भी मलिक के बयान पर
एतराज जताया तो
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि पाकिस्तान कभी सुधर नहीं सकता।
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