Sunday, December 30, 2012

Happy new year 2013


पल पल से Banta है Ehasas,
ehsas से Banta है Vishvas,

vishvas से bante hai रिश्ते,

और रिश्ते से Banta है कोई खास

नया साल मुबारक हो. 

अमेरिकी महिला ने ‘इंडियन मुस्लिम’ समझकर धक्का दिया

न्यूयॉर्क। एक भारतीय प्रवासी को एक सबवे स्टेशन पर रेलगाड़ी के सामने धकेलने वाली संदिग्ध महिला ने पुलिस को बताया है कि 9/11 के बाद से उसे हिंदुओं और मुसलमानों से घृणा हो गई। इसके बाद पुलिस ने उसपर घृणा अपराध के लिए सेकंड डिग्री हत्या का आरोप तय किया है। अभियोजकों ने शनिवार को महिला की पहचान ब्रांक्स की एरिका मेनेंडेज के रूप में की। इस महिला ने कथितरूप से भारत में पैदा हुए क्वींस के सुनंदो सेन को गुरुवार को रेलगाड़ी के आगे धकेल दिया था।
क्वींस के जिला अटार्नी रिचर्ड ए. ब्राउन ने एक बयान में कहा, उसने कहा कि मैंने एक मुस्लिम को रेलगाड़ी के आगे इसलिए धकेल दिया, क्योंकि मैं 2001 से ही हिंदुओं और मुसलमानों से घृणा करती हूं'।
सीएनएन ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा था कि गुरुवार शाम 11 डिब्बो वाली रेलगाड़ी जैसे ही स्टेशन में प्रवेश की, एक महिला तेजी के साथ प्लेटफार्म की ओर बढ़ी और सेन को पटरी पर धकेलने से पहले मन में कुछ बुदबुदाई।
ग्राफिक डिजाइनर सेन (46) का शव रेलगाड़ी के दूसरे डिब्बे के नीचे फंसा पाया गया था। सेन अपर वेस्ट साइड पर न्यू एम्सटर्डम कॉपीज नामक फोटो कॉपी का छोटा-सा कारोबार चलाते थे। न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के प्रमुख प्रवक्ता, पॉल ब्राउन ने इसके पहले कहा था कि महिला ने सुनंदो सेन की हत्या में खुद को शामिल होने से सम्बंधित बयान दिया। सुरक्षा वीडियो में किसी को घटनास्थल से भागते हुए देखा गया था।
ब्राउन ने कहा कि मेनेंडेज को शनिवार अपराह्न एक एक कतार में पहचाना गया था। एक राहगीर ने ब्रुकलिन में एक सड़क पर दिन में ही उसे पहचान लिया था और उसने 9/11 पर फोन कर दिया। फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह वीडियो में दिखाई गई महिला से मेल खाती है।

चेन्नई में हार पर बोले धोनी, 5वें गेंदबाज की कमी खली

चेन्नई में खेले गये पहले वनडे में पाकिस्तान ने भारत को 6 विकेट से हरा दिया। भारत ने पाकिस्तान को जीत के लिए 227 रनों का लक्ष्य दिया, जिसे पाकिस्तान 48वें ओवर में ही हासिल कर लिया। हालांकि पाकिस्तान की भी शुरुआत खराब रही थी। ओपनर मोहम्मद हफीज भुवनेश्वर के ओवर की पहली ही गेंद पर शून्य पर आउट हो गए। 10वें ओवर में भुवनेश्वर ने अजहर को 9 रन के निजी स्कोर पर रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट करा दिया। पहली जीत के साथ ही पाकिस्तान ने सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है। पाकिस्तान की ओर से जमशेद ने शानदार शतकीय पारी खेली।
धोनी ने कहा कि उनके अनियमित गेंदबाज इस कठिन विकेट पर संघर्ष करते नजर आए और टॉस हारना ठीक नहीं रहा। धोनी ने कहा कि मैं अपनी बल्लेबाजी से खुश हूं। इस पिच में तेज गेंदबाजों के लिए काफी कुछ था और गेंदबाजों ने इस मौके के साथ उचित न्याय भी किया। धोनी को ‘मैन ऑफ द मैच चुना’ गया। 
भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने दो विकेट लिए जबकि इशांत शर्मा, अशोक डिंडा को एक-एक विकेट मिला। भारत के अनियमित गेंदबाज काफी महंगे साबित हुए क्योंकि उन्होंने 10 ओवरों में 77 रन लुटाए।
भारत की ओर से भुवनेश्वर कुमार ने दो विकेट लिए जबकि इशांत शर्मा, अशोक डिंडा को एक-एक विकेट मिला। भारत के अनियमित गेंदबाज काफी महंगे साबित हुए क्योंकि उन्होंने 10 ओवरों में 77 रन लुटाए।
इससे पहले भारत की शुरुआत बेहद खराब रही थी, ओपनिंग करने आए सहवाग 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। जबिक गंभीर भी 8 रन पर बोल्ड हो गए। विराट कोहली शून्य पर और युवराज सिंह महज दो रन बनाकर आउट हो गए। लेकिन धोनी ने अपने करियर की सबसे अच्छी पारियों में से एक को अंजाम तक पहुंचाते हुए 125 गेंदों पर सात चौके और तीन छक्कों की मदद से शानदार 113 रनों की पारी खेली। अश्विन ने भी 31 रनों की नाबाद पारी खेली। 

रेपिस्ट को फांसी से बचाने की हुई सिफारिश: पाटिल

समूचा देश बेटी की मौत से दुखी है। आरोपियों को सजा देने की मांग कर रहा है। सरकार खुद कह रही है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। लेकिन इसी सरकार का एक मंत्रालय पिछले कुछ साल में कुछ बलात्कारियों को फांसी की सजा से बचाने की सिफारिश कर चुका है। ये बयान है देश की पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल का।
भले ही आप मोमबत्तियां जलाएं, प्रदर्शन करें और करें गुस्से का इजहार, लेकिन देश में सत्ता चलाने वाले क्या सोचते हैं। ये अब छुपा नहीं है। इसी सरकार के रहते बलात्कारियों को जिंदगी नसीब हुई। इसी सरकार के रहते कोर्ट के फैसले को पलटा गया। सरकार के फैसले के बाद ही बलात्कारियों की फांसी की सजा उम्र कैद में बदली गई। ऐसा राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के जमाने में हुआ था।
दिल्ली में गैंगरेप के मामले के तूल पकड़ने के बाद जब पूर्व राष्ट्रपति से इस बारे में पूछा गया तो उनके जवाब में बेबसी छुपी थी। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के मुताबिक पहली बात ये कि मैंने उन्हें माफी नहीं दी। सवाल ये है कि जो भी केस राष्ट्रपति के पास आता है वो पहले गृह मंत्रालय द्वारा पूरी तरह से परखा जाता है।
पूर्व राष्ट्रपति का ये बयान सीधे-सीधे गृहमंत्रालय पर चोट करता है। देश के किसी हिस्से में एक बेटी का बलात्कार होता है। इसके बाद उसका परिवार इंसाफ की गुहार लगाता है। पुलिस आरोपी को पकड़कर कोर्ट में पेश करती है। अदालत आरोपी की दरिंदगी के लिए उसे फांसी की सजा देती है। इस पूरी कार्रवाई में लंबा वक्त लगता है, लेकिन आखिर में मानवता की दुहाई देकर आरोपी अपनी सजा माफ करने की गुहार लगा देता है और देश का गृहमंत्रालय उसकी सजा को कम करने की सिफारिश भी कर देता है।
यानि यहीं देश का गृह मंत्रालय इंसाफ की उम्मीद पर पानी फेरने का काम करता है। अगर कोई सजायाफ्ता बलात्कारी मानवता के नाम पर फांसी से बचने की गुहार लगाता है तो गृहमंत्रालय मानवीय पहलू देखने लगता है। लेकिन जो अपराधी मानवता से परे होकर अपराध करे। उसके लिए कैसा मानवीय पहलू। पूर्व राष्ट्रपति का ये बयान साफ करता है कि गृहमंत्रालय पुलिस की मेहनत, एक पीड़ित की उम्मीद को कैसे धूल में मिला देता है।
सवाल ये कि क्या गृह मंत्रालय अपराधी को माफी देने से पहले पीड़ित के बारे में नहीं सोचता? क्या गृह मंत्रालय को बलात्कार पीड़ित से इस बारे में सलाह नहीं लेनी चाहिए कि बलात्कारी को माफ किया जाए या नहीं? आखिर गृह मंत्रालय ऐसे बर्बर अपराध के लिए किसी बलात्कारी की सजा कम करने या माफ करने की सलाह कैसे दे सकता है?
अब सरकार को सोचना होगा, उसे गृह मंत्रालय की सीमाएं भी तय करनी होंगी। ये तय करना होगा कि बलात्कारी की सजा कम करवाने की सिफारिश करने से पहले उस पीड़ित लड़की के बारे में भी सोचा जाए। उससे भी पूछा जाए जो रोज, तिल-तिलकर मरती है। जो हर दिन एक जख्म लेकर जागती है और रात को उसी जख्म के अहसास तले सोती है।

रेप पर ड्राफ्ट तैयार, 30 साल की जेल, नपुंसकता सजा में शामिल!

बलात्कार जैसे संगीन जुर्म के फांसी जैसे कड़े प्रावधान की आवाज और गुस्से से दबाव में सियासी जगत में हलचल शुरू हो चुकी है। सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने एक ड्राफ्ट बिल बनाया है जिसमें महिलाओं के खिलाफ अपराध के लिए 30 साल तक की जेल और केमिकल केस्ट्रेशन यानि नपुंसकता की सजा तक के प्रावधान हैं। वहीं मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग को दोहराया है।
रविवार सुबह देश की एक बहादुर बेटी को सपुर्द-ए-खाक किया गया। मगर उसकी मौत ने समाज और सियासत को सोचने पर जरूर मजबूर कर दिया। देश का मूड भांपते हुए सत्तारूढ़ कांग्रेस ने अपनी तरफ से एक ड्राफ्ट बिल तैयार किया है। जिसके मुताबिक बलात्कार जैसे मामले में 30 साल तक की जेल का प्रावधान हो, इसके अलावा केमिकल कैस्ट्रेशन यानि दोषी को नपुंसक बनाने तक का प्रावधान हो। फास्ट ट्रैक कोर्ट बनें जो 3 महीने के अंदर मामले को निपटाएं। वहीं 18 साल की बजाय 15 साल तक के आरोपी को ही नाबालिग माना जाए।
 सूत्रों के मुताबिक इस ड्राफ्ट को अंतिम रूप देने की जिम्मेदारी सोनिया गांधी के नेतृत्व वाली नेशनल एडवाइजरी काउंसिल को दी गई है और ये ड्राफ्ट बिल जस्टिस जेएस वर्मा की अध्यक्षता में बनाई गई 3 सदस्यीय कमेटी को सौंपा जाएगा। जिसे दिल्ली गैंगरेप के बाद मौजूदा कानून की समीक्षा के लिए बनाया गया था।
वहीं बीजेपी ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग को दोहराते हुए ऐसे घृणित अपराध के लिए सख्त कानून की वकालत की है तो वहीं लेफ्ट ने भी मौजूदा कानून में संशोधन की मांग की है। लेकिन देश के मिजाज से अलग खाप पंचायतें सख्त कानून के खिलाफ हैं। दलील दी जा रही है कि इसका गलत इस्तेमाल हो सकता है।  
गौरतलब है कि ये वही पंचायतें हैं जो वक्त-वक्त पर प्रेमी जोड़ों को ऐसे फरमान सुनाने के लिए बदनाम हैं जिसका अंजाम मौत तक होता है। सवाल ये कि क्या नेता वोट बैंक के लिहाज से मजबूत इन पंचायतों की आवाज सुनेंगे या फिर सड़क पर उतरी जनता की।

जयपुर: 131 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रही है रेप पीड़ित

दिल्ली गैंगरेप की पीड़ित जिंदगी की जंग हार गई। लेकिन ऐसी ही दरिंदगी की शिकार एक मासूम जयपुर के जे के लोन अस्पताल में 131 दिन से जिंदगी की जंग लड़ रही है। 11 साल की इस मासूम को दरिदों को ऐसे जख्म दिए हैं कि डॉक्टरों को उसके 12 ऑपरेशन करने पड़े।
11 साल की एक मासूम 131 दिनों से जयपुर के जे के लोन अस्पताल में हर रोज मर-मर कर जीने को मजबूर है। चार महीने ज्यादा वक्त बीत चुका है। लेकिन पीड़ित अस्पताल के बिस्तर से नहीं उठा पाई है। परिवार वाले उस मनहूस दिन को कोस रहे हैं जिस दिन ये मासूम अपनी बहनों के साथ सीकर में फिल्म देखने गई थी।
पीड़ित 20 अगस्त, 2012 को सीकर में अपनी बहनों के साथ फिल्म देखकर लौट रही थी तो दो लोगों ने अगवाकर उसके साथ गैंग रेप किया और लहूलुहान हालात में सड़क पर फेंक दिया। इसके आंत से लेकर शरीर के कई अंगों में संक्रमण फैल चुका था। 11 साल की मासूम को दरिंदों ने इतने जख्म दिए कि अब तक 12 ऑपरेशन हो चुके है, लेकिन जिंदगी के लिए उसका संघर्ष कम नहीं हुआ है। 
 डॉ. एल डी अग्रवाल, पीडियाट्रिक सर्जन ने बताया कि आंत समेत कई अंगों में गभीर संक्रमण है। जब वो अस्पताल में लाई गई थी तो बचने की उम्मीद नहीं थी। मासूम का इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि 11 साल की ये बेटी अपने हौसले से जिंदगी की जंग लड़ रही है। लंबे इलाज के बाद अब कुछ कुछ सुधार नजर आ रहा है।
मासूम का परिवार सदमें में है। तमाम कोशिश के बावजूद अभी भी मासूम को हर दिन मौत से जूझना पड़ रहा है। पुलिस ने गैंग रैप के छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी भर से क्या होगा? अब तो सवाल इस बात का है कि आखिर कब तक बच्चियां हैवानियत का शिकार बनती रहेंगी। आखिर कब वो सुरक्षित होंगी।

यूपी: सिरफिरे ने 2 महिलाओं पर फेंका तेजाब, चेहरे झुल

मुजफ्फरनगर। दिल्ली से महज सवा सौ किलोमीटर दूर यूपी के मुजफ्फरनगर में एक सिरफिरे ने दो महिलाओं पर सरेआम तेजाब से हमला कर दिया। ये वारदात रविवार शाम आर्यपुरी इलाके की है। इस तेजाबी हमले में दोनों महिलाओं के चेहरे बुरी तरह झुलस गए। इनमें से एक महिला करीब 45 फीसदी जल चुकी है और उसे मेरठ रेफर किया गया है।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. आर एन चौधरी के मुताबिक दो महिलाएं घायल अवस्था में लाई गई हैं। दोनों गंभीर हैं, एक को मेरठ रेफर कर दिया गया है। दोनों में एसिड बर्न दिखाई दे रहा है। जानकारी के मुताबिक दोनों महिलाएं जब रिक्शे में बैठकर बाजार से घर लौट रही थीं तभी आरोपी ने उनके चेहरे पर तेजाब फेंक दिया और मौके से फरार हो गया। हालांकि इस वारदात के कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने पवन नाम के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
मालूम हो कि मुजफ्फरनगर जिले में पहले भी महिलाओं पर सरेआम तेजाब फेंकने के मामले सामने आ चुके हैं। इनमें ज्यादातर मामले एकतरफा प्रेम प्रसंग के हैं। इन खौफनाक हमलों में महिलाओं की जान भले जाए लेकिन चेहरा जलने से उनकी जिंदगी नासूर बन जाती है। ऐसे में सवाल उठता है तेजाब की खुलेआम बिक्री पर रोक क्यों नहीं लगती? बिना इजाजत तेजाब बेचने वालों पर प्रशासन कार्रवाई क्यों नहीं करता?

हरियाणा: कुरुक्षेत्र में छात्रा से रेप, रोहतक में बची लड़की

हरियाणा के कुरुक्षेत्र में एक छात्रा से बलात्कार का मामला सामने आया है तो रोहतक में एक लड़की भयानक मंसूबों का शिकार होते-होते बची है। कुरुक्षेत्र पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है तो रोहतक पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है।
कुरुक्षेत्र में इजीनियरिंग की एक दलित छात्रा ने आरोप लगाया है कि उसके साथ पढ़ने वाले छात्र ने ही उसके साथ बलात्कार किया है। पुलिस को दी अपनी शिकायत में पीड़ित लड़की ने आरोप लगाया कि कि वो ट्यूशन के लिए स्कूटर पर जा रही थी तभी आरोपी ने अपनी कार सामने लगाकर उसका रास्ता रोका और उसे जबरन गाड़ी में बिठाकर एक सुनसान जगह पर उसके साथ बलात्कार किया। इतना ही नहीं उसका अश्लील एमएमएस बनाकर उसे जान से मारने की धमकी भी दी।
मगर लड़की ने हिम्मत करके मामले की जानकारी घरवालों को दी। पुलिस को बुलाया गया और मेडिकल जांच करवाई गई। जांच में बलात्कार की पुष्टि हो गई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।दूसरी तरफ रोहतक में दिल्ली की एक लड़की ने बदनीयती रखने वालों के चंगुल से खुद को छुड़ाया। पुलिस के मुताबिक दिल्ली में बारहवीं में पढ़ने वाली छात्रा की दोस्ती रोहतक के खरावड़ गांव के अनिल नाम के शख्स से हुई और बहला फुसलाकर वो उसे गांव ले आया। मगर गांव पहुंचकर वो लड़की को गाड़ी में बिठाकर सुनसान जगह पर ले गया और अपने दो दोस्तों को भी बुलाया। मगर जैसे ही लड़की को उनके गलत इरादे की भनक लगी उसने हिम्मत जुटाकर आरोपी को जख्मी कर दिया और गांव की तरफ भागी। गांव वालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी और पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी अनिल को हिरासत में ले लिया।

Saturday, December 29, 2012

रूस के करीब 90 लाख लोग नशे की लत के शिकार

मॉस्को। रूस में करीब 90 लाख लोग मादक पदार्थो की लत का शिकार हैं। रूस की संघीय मादक पदार्थ नियंत्रण सेवा के प्रमुख विक्तोर इवानोव ने यह बात कही है। मास्को में एक प्रेस वार्ता में इवानोव ने बताया कि करीब 88 लाख रूसी नशे के आदी हैं और लगभग एक करोड़ 80 लाख लोग कम से कम एक बार मादक पदार्थो का सेवन करते हैं।
रूस दुनियाभर में प्रति व्यक्ति हेरोइन की खपत में पहले नंबर पर है। नशा करने वालों में 90 प्रतिशत लोग हेरोइन लेते हैं। हेरोइन का बाजार रूस में करीब 6 अरब डॉलर का है। इवानोव ने कहा कि उनकी एजेंसी और आंतरिक मंत्रालय मादक पदार्थो से संबंधित अपराधों में संलिप्त लोगों का पूरा लेखा जोखा रखने की तैयारी कर रही है।
अगले साल मार्च महीने में नशे के आदी लोगों के लिए राज्य सरकारों के द्वारा सुधार कार्यक्रम चलाए जाने की भी योजना है।

हॉलीवुडिया स्टाइल में छात्रों ने लूटा बैंक, पुलिस सन्न

कानपुर। हिंदुस्तान में अब हॉलीवुड फिल्मों का चलन इस कदर बढ़ गया है कि उनको देख कर युवा क्राइम की नई इबारत लिखने लगे हैं। ऐसी ही एक वारदात का खुलासा कानपुर पुलिस ने किया है जिसमें बीटेक के दो छात्रों ने एक ऐसी बैंक डकैती डाली जैसी की हिंदुस्तान के इतिहास में आज तक नहीं डाली गई।
इन छात्रों ने बैंक में डकैती हॉलीवुड फिल्म ओसियन इलेवन की तर्ज पर डाली थी। बताया जाता है कि इन छात्रों ने बैंक में डकैती डालने के लिए हाईटैक उपकरणों का प्रयोग किया। डकैती डालने के बाद न सिर्फ इन्होंने लूट में प्रयोग हुई मोटरकाइकिल को जला दिया बल्कि भागने के लिए साइकिल का भी प्रयोग किया। अपने फिंगर प्रिंट्स छुपाने के लिए इन छात्रों ने उंगलियों पर टेप लगा रखा था।
इस मामले का खुलासा करने के लिए कानपुर की पुलिस ने 2 लाख से जादा मोबाइल फोनों को सर्विलांस पर लगाया था। घटना में पकड़े गए अपराधियों के पास से लूट की रकम 23 लाख रुपए में से 19 लाख रुपए बरामद कर लिए हैं। फिलहाल इस खुलासे के बाद कानपुर पुलिस ने चैन की सांस ली है। लेकिन पढ़े लिखे छात्रों द्वारा तकनीक का इस्तेमाल कर की गई लूट की इस वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था।

तीसरे चश्मदीद की खुली ‘पोल’, AAP ने बताया ‘आदतन झूठा

इंडिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान हुई कांस्टेबल सुभाष तोमर की मौत के तीसरे चश्मदीद पर अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने सवाल उठाए हैं। इस तीसरे चश्मदीद सलीम ने दावा किया था कि उसने ‘आप’ पार्टी के कार्यकर्ता और दूसरे युवाओं को कांस्टेबल सुभाष तोमर की पीटते देखा था। सलीम का कहना था कि पहले सामने आए दोनों चश्मदीद जो कहानी बता रहे हैं वो काफी बाद की है और सच्चाई सिर्फ उसे पता है।
आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि सलीम अल्वी नाम का ये तीसरा चश्मदीद झूठ बोलने का आदी है। इससे पहले वो आप पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया के कार्यक्रम में बवाल कर चुका है। साथ ही उसने अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर धरना भी दिया था। आम आदमी पार्टी की तरफ से कहा गया है कि इस शख्स ने रामदेव के आंदोलन के दौरान आत्मदाह करने की कोशिश भी की थी। सलीम पर अन्ना के आंदोलन के दौरान गड़बड़ी करने का भी आरोप लगाया गया है।
गौरतलब है कि सलीम ने सुबह मीडिया के सामने दावा किया था कि वो मौके पर मौजूद था। उनसे देखा कि सुभाष तोमर को किसी ने पीछे से पत्थर मारा जिससे वो गिर गए। उसके बाद सात-आठ लोगों ने तोमर पर हमला किया। इनमें से एक की टोपी पर लिखा था आप पार्टी। सलीम ने कहा कि जो दो चश्मदीद योगेंद्र और पाओलीन सुभाष तोमर के अपने आप गिरने की बात कह रहे हैं उन्हें पूरी कहानी नहीं पता। वो तो वहां तकरीबन 10 मिनट बाद आए।

जंतर-मंतर पर पहुंचीं शीला को प्रदर्शनकारियों ने लौटाया

गैंगरेप पीड़ित लड़की को श्रद्धांजलि देने पहुंचीं दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित का लोगों ने घेराव किया और नारेबाजी की। शीला दीक्षित के जंतर-मंतर पर पहुंचते ही वहां मौजूद भीड़ ने उनके खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। नाराज लोगों ने उन्हें घेर लिया। लोगों का गुस्सा देखने के बाद दिल्ली की मुख्यमंत्री वापस लौटने को मजबूर हो गईं। हालांकि शीला दीक्षित ने जाने से पहले मोमबत्ती जलाकर पीड़ित लड़की को श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले शीला दीक्षित ने गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे से लोगों को इंडिया गेट जाने की इजाजत देने की मांग की। शीला दीक्षित ने गृह मंत्री से आग्रह किया कि आम लोगों को आज इंडिया गेट जाने की इजाजत दी जाए। लोग आज पीड़ित लड़की की मौत से बेहद सदमे में हैं और इंडिया गेट जाकर उसे श्रद्धांजलि देना चाहते हैं।
उधर यूपीए की चेयरपर्सन और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक बार फिर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और कहा कि आज देश ने अपनी एक बहन-बेटी को खो दिया है। हम पीड़ित परिवार के साथ हैं। एक औरत और मां होने के नाते में पीड़ित परिवार के दुख को समझती हूं।

दिल्ली में सुरक्षा बढ़ी, इंडिया गेट के पास के 10 मेट्रो स्टेशन बंद

सिंगापुर में गैंगरेप पीड़ित लड़की की मौत के बाद राजधानी दिल्ली में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लोगों के आक्रोश को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने जगह जगह मुस्तैदी बढ़ा दी है। इंडिया गेट के आसपास सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है। राजपथ, विजय चौक और इंडिया गेट तक पहुंचने वाले सभी रास्तों को आम ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया गया है।
इंडिया गेट के आसपास सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली के दस मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं। इनमें राजीव चौक, प्रगति मैदान, बाराखंबा रोड, मंडी हाउस, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, रेस कोर्स, उद्योग भवन, जोरबाग, खान मार्केट मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। 
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वो शांत व्यवस्था बनाए रखें और इस रास्ते से न गुजरें। पुलिस का कहना है कि इस जघन्य अपराध में शामिल आरोपियों को जल्द से जल्द सख्त सजा दिलाई जाएगी।
मालूम हो कि गैंगरेप पीड़ित छात्रा को 27 दिसंबर की सुबह माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन तभी से उसकी हालत नाजुक थी। अस्पताल के 8 डॉक्टरों की टीम उसे जिंदा रखने की कोशिशें कर रहे थे लेकिन दो दिन तक चली उनकी कोशिशें भी लड़की की नहीं बचा सकीं।।


शीला की गृहमंत्री से अपील, लोगों को इंडिया गेट जाने दें

दिल्ली गैंगरेप पीड़ित की मौत के बाद मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने दिल्ली के लोगों को इंडिया गेट जाने की इजाजत दिए जाने की मांग की है। शीला दीक्षित ने केंद्रीय गृह मंत्री से आग्रह किया है कि आम लोगों को आज इंडिया गेट जाने की इजाजत दी जाए। असल में दिल्ली के लोग आज पीड़ित लड़की की मौत से बेहद सदमे में हैं और इंडिया गेट जाकर पीड़ित लड़की को श्रद्धांजलि देना चाहते हैं।
दिल्ली में चलती बस में सामूहिक दुष्कर्म का शिकार हुई लड़की की मौत के बाद शहर में प्रदर्शनों को रोकने के लिए पुलिस ने शनिवार को इंडिया गेट और उसके आसपास के क्षेत्रों को सील करने की घोषणा कर दी। पीड़िता ने शनिवार तड़के दम तोड़ दिया। इन स्थानों की ओर जाने वाले मार्गो पर भी आम जनता के लिए आवाजाही रोक दी गई है।
दिल्ली यातायात पुलिस ने जानकारी दी कि राजपथ, विजय चौक और इंडिया गेट की तरफ जाने वाले सभी मार्गो को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया है। सभी लोगों को सलाह दी जाती है कि वे इन मार्गो का उपयोग न करें। इसके अलावा पुलिस के आग्रह पर दिल्ली मेट्रो ने भी येलो, ब्लू और वाइलिट लाइनों पर पड़ने वाले 10 स्टेशनों को बंद कर दिया है। बंद किए गए 10 स्टेशनों में प्रगति मैदान, मंडी हाऊस, बाराखम्बा रोड, राजीव चौक, पटेल चौक, केंद्रीय सचिवालय, उद्योग भवन, रेस कोर्स, जोर बाग और खान मार्किट शामिल हैं।
इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री ने देश को भरोसा दिया है कि इस मामले में सरकार गुनहगारों को सजा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने आश्वस्त किया कि ऐसे मामले फिर न हों, इसके लिए जो भी सिफारिश आएगी उसकी समीक्षा के बाद उस पर अमल किया जाएगा। उन्होंने पीड़ित परिवार के बार में भी जानकारी दी।

Monday, December 24, 2012

प्रधानमंत्री जी.सब ठीक ही तो नहीं है

दिल्ली में गैंगरेप मामले पर जारी प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री को एक हफ्ते बाद राष्ट्र को संबोधित करने की सुध तो आई, लेकिन उसमें भी वह कुछ ऐसा कर बैठे कि ट्विटर पर उनकी जमकर खिल्ली उड़ रही है। भाषण देने के बाद पीएम ने पूछा ठीक है। गलती से पीएम का यह पूछना टीवी पर ब्रॉडकास्ट भी हो गया और लोगों ने इसे हाथों-हाथ ले लिया। शायद प्रधानमंत्री भाषण की रिकॉर्डिग के बारे में पूछ रहे थे कि ठीक है या नहीं। इतना ही नहीं, पीएम राष्ट्र के नाम संदेश दे रहे थे और करीब उसी दौरान वहां 45 सेकंड तक किसी का मोबाइल बजता रहा। अब ये दो शब्द ट्विटर पर सबसे ऊपर ट्रेंड कर रहे हैं। रमेश श्रीवत्स लिखते हैं, पुतिन- मेरे पास गाड़ी है, बंगला है, रुस है। तुम्हारे पास क्या है। मनमोहन-ठीक है। जेबा लिखती हैं, प्रधानमंत्री के दफ्तर में वीडियो एडिटिंग का ये हाल है तो.। आयुष्या राठौड़ लिखती हैं, अब पता चला क्यों प्रधानमंत्री को महत्वपूर्ण मुद्दों पर बोलने नहीं दिया जाता। वह चीजों को और खराब करते हैं। ठीक है। राहुल देशपांडे का ट्विट है, एक शब्द कहना नहीं चाहूंगा पीएम के भाषण के बारे में। सब कुछ दो शब्द में सिमट सकता है, ठीक है। पूर्णचंद्रन नायर लिखते हैं, पीएम का भाषण और उनके हावभाव लकड़ी जैसे हैं, टीक की लकड़ी जैसे.ठीक है। सिद्धार्थ गुगनानी कहते हैं कि अगर कभी यस मिनिस्टर हिंदी में बना तो सबको पता है कि इसका नाम क्या होगा.ठीक है। वन डायरेक्शन इंडिया कहता है कि पीएम आप चुप थे तो ही बेहतर था.ठीक है।

उत्तर भारत में सर्दी का कहर, एक दर्जन लोगों की मौत

भयंकर कोहरे ने दिल्ली और उत्तर भारत के पारे को भी लुढ़का दिया है। दिल्ली में रात का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री रहा। वहीं पंजाब, यूपी और बिहार में भी सर्दी कहर बनकर टूट रही है। कंपकंपाती ठंड अब तक करीब एक दर्जन लोगों की जान ले चुकी है।
राजधानी दिल्ली के ऊपर जमी कोहरे की घनी परत से तापमान पर जबरदस्त असर देखा गया। गिरे हुए पारे ने कंपकंपी बढ़ा दी है। सोमवार को दिल्ली का न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक आज भी घना कोहरा बना रहेगा। जिसके चलते तापमान में और गिरावट हो सकती है।
वहीं पंजाब और हरियाणा में भी सर्दी का जबरदस्त असर देखा जा रहा है। पंजाब का अमृतसर सबसे ठंडा रहा। वहीं हरियाणा के करनाल में ठंड की वजह से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं उत्तर भारत के दूसरे हिस्से में भी पारे ने गोता खाया है।
यूपी में ठंड से मौत का आंकड़ा 10 पहुंच चुका है। प्रदेश में तापमान सामान्य से 5-10 डिग्री कम चल रहा है। सोमवार को लखनऊ में तापमान 11.6 डिग्री रहा जो सामान्य से 11 डिग्री कम है। राजस्थान में माउंट आबू और चुरू सबसे ठंडे इलाके रहे। वहीं पहाड़ों में भी ठंडी हवा चल रही है। व्हाइट क्रिसमस की आस में शिमला पहुंचे पर्यटकों के लिए जहां ठंडी हवाएं उम्मीद जगा रही हैं वहीं स्थानीय लोगों के लिए ये मुश्किल का सबब बनी हुई हैं।
हिमाचल के रिकांगपीओ में सर्दी ने एक शख्स की जान ले ली
तो लाहौल स्पिति का केलांग सबसे ठंडा रहा। हिमाचल में सोमवार का न्यूनतम तापमान -1 से -10 डिग्री के बीच रहा।
मौसम विभाग की मानें तो घना कोहरा अभी जारी रहेगा। जिसके चलते उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्द हवाएं चलेंगी। जिसके चलते रात के तापमान में और गिरावट आ सकती है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के एक दिनी भारत दौरे में दोनों देशों के बीच 42 नए सुखोई-30 लड़ाकू विमान और 71 एमआइ-17 वी5 हेलिकॉप्टरों की आपूर्ति समेत आपसी सहयोग के 22 हजार करोड़ के दस समझौतों पर दस्तखत हुए। वार्षिक शिखर वार्ता के लिए भारत आए पुतिन और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की मौजूदगी में भारत और रूस ने निवेश, व्यापार और अधिक सक्रियता से उच्चस्तरीय विचार-विमर्श पर करार किए। वहीं, संयुक्त बयान में दोनों देशों ने विवादास्पद मुद्दों को टाल 40 से अधिक मसलों पर सहयोग की सहमति जताई।
दोनों देशों के रिश्तों में कुछ खटास का सबब बने सिस्टेमा के मुद्दे का जहां संयुक्त बयान में हवाला तक नहीं दिया गया, वहीं कुडानकुलम नाभिकीय परियोजना के विस्तार पर मतभेद दूर करने को लेकर जारी बातचीत पर सकारात्मक नतीजों की ओर इशारा किया। मनमोहन सिंह ने व्लादिमीर पुतिन को दोनों देशों के रणनीतिक साझेदारी का मूल वास्तुकार बताते हुए कहा कि रूस ने भारतीय सेनाओं के आधुनिकीकरण में अहम भूमिका निभाई है।
रविवार देर रात आए पुतिन वार्ता के बाद सोमवार शाम लौट गए। हालांकि राजधानी दिल्ली में गैंगरेप की घटना को लेकर जारी प्रदर्शनों के मद्देनजर ऐन मौके पर दोनों नेताओं की मुलाकात का स्थान हैदराबाद हाउस से बदलकर प्रधानमंत्री निवास कर दिया गया। द्विपक्षीय बातचीत के बाद रूस से 71 उन्नत एमआइ-17 वी5 हेलीकॉप्टर और 42 सुखोई-30 एमकेआइ लड़ाकू विमान आपूर्ति के समझौतों पर भी दस्तखत हुए। करीब 22 हजार करोड़ रुपये के इन समझौतों से दोनों देशों के रक्षा सहयोग को नई जान मिली है। महत्वपूर्ण है कि भारत ने 59 एमआइ-17 वी5 हेलीकॉप्टर की खरीद के समझौते पर फरवरी 2010 में सहमति बनी थी, जिसे अब बढ़ाकर 71 करते हुए करार किया गया है। पुतिन का कहना था कि रूस और भारत के बीच व्यापार-विनिमय अगले कुछ वर्षो में दोगुना हो जाएगा। दोनों देशों के बीच ऊर्जा सुरक्षा का दायरा बढ़ाने पर भी सहमति बनी।
संयुक्त बयान के मुताबिक भारतीय तेल कंपनियां रूस के तेल व गैस भंडार में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए प्रयास करेंगी। भारत ने साइबेरिया, आर्कटिक व रूस के सुदूर पूर्व हिस्से में तेल व गैस खोज और खनन के लिए अपनी कंपनियों को मौका दिए जाने का मामला उठाया। अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने के लिए दोनों देशों ने विदेश मंत्रालय स्तर पर नियमित विचार-विमर्श के लिए व्यवस्था बनाने पर भी रजामंदी जताई है। इसके तहत दोनों देश साल में दो बार विदेश मंत्रालय स्तरीय विचार- विमर्श करेंगे। मनमोहन और पुतिन ने ईरान के नाभिकीय कार्यक्त्रम और उसके कारण उपजे तनाव पर भी बात की। इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सुधार और अफगानिस्तान से 2014 में अंतराष्ट्रीय फौजों की वापसी के बाद की स्थिति समेत अनेक क्षेत्रीय व द्विपक्षीय हितों से जुड़े मसलों पर बात की।

सीडी मामले में बरी हुए वीरभद्र

हिमाचल प्रदेश के मनोनीत मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को आज उस समय बड़ी राहत मिल गई, जब कोर्ट ने भ्रष्टाचार और साजिश के आरोपों से जुड़े बहुचर्चित सीडी मामले में उन्हें बरी कर दिया। सिंह को अदालत से यह राहत ऐसे समय में मिली है जब वह रेकॉर्ड छठी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने जा रहे हैं।
विशेष न्यायाधीश बी एल सोनी ने यहां खुली अदालत में अपना फैसला सुनाते हुए कहा, 'इस बारे में कोई मामला ही नहीं बनता है, क्यांेंकि एक भी गवाह ने अभियोजन पक्ष के साक्ष्य का समर्थन नहीं किया है।'
खचाखच भरे कोर्ट में जब फैसला सुनाया जा रहा था तब वीरभद्र भी मौजूद थे।

ईरान के पास 150 साल के लिए पर्याप्त तेल का भंडार

ईरान ने कहा है कि उसके पास 150 साल के लिए पेट्रोलियम है, जो उसे दुनिया का सबसे बड़ा कच्चा तेल निर्यातक बनाता है। समाचार एजेंसी ईएफई के अनुसार ईरान के पेट्रोलियम मंत्री रोस्तम घासेमी ने कहा कि देश के पास करीब 150 साल के लिए पेट्रोलियम का भंडार है और इस दौरान यह हाइड्रोकार्बन संसाधनों का मुख्य निर्यातक हो सकता है।
उन्होंने कहा कि ईरान के पास करीब 600 अरब बैरल पेट्रोलियम का भंडार है। ईरान का पेट्रोलियम उद्योग घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पर्याप्त सामग्री पैदा करने में सक्षम है। संयुक्त राष्ट्र ने ईरान पर इसके परमाणु कार्यक्रमों को लेकर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिका सहित कुछ देशों को संदेह है कि ईरान के परमाणु कार्यक्रमों का उद्देश्य हथियार बनाना है। ईरान ने हालांकि इसका खंडन करते हुए कहा कि इसके परमाणु कार्यक्रमों का उद्देश्य शांतिपूर्ण एवं नागरिक उद्देश्यों के लिए है।

दिल्ली गैंगरेप: जख्मी दिल्ली पुलिस कांस्टेबल की आज मौत

इंडिया गेट पर प्रदर्शन के दौरान हुई झड़प में जख्मी पुलिस कांस्टेबल की आरएमएल अस्पताल में आज मौत हो गई है। मृतक का नाम सुभाष चंद तोमर है।कांस्टेबल दो दिन पहले गैंगरेप के खिलाफ हुए हिंसात्मक प्रदर्शन में बुरी तरह जख्मी हो गये थे और उनका राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था।
पुलिस के मुताबिक कांस्टेबल सुभाष पर भीड़ ने हमला किया था और इसके बाद अस्पताल में उसे दिल का दौरा भी पड़ा था। अस्पताल में कांस्टेबल वेंटिलेटर पर था जिसे बचाने की कोशिशें की जा रही थी। 
 दिल्ली पुलिस के पीआरओ राजन भगत ने बताया कि सुभाष करावल नगर थाने में तैनात थे। उनपर भीड़ ने हमला किया था और वो जख्मी हो गए थे। मौके से जब उनको अस्पताल ले जाया गया था तो उनकी हालत डॉक्टरों ने क्रिटिकल बताई थी और उनको वेंटिलेटर पर रखा था। उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी। आज सुबह उनकी मौत हो गई। पूरे पुलिस ऑनर के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
 उन्होंने कहा कि प्रदर्शन करना आम लोगों का अधिकार है। नियत स्थान पर जाकर प्रदर्शन करना चाहिए। शांति बनाकर रखनी चाहिए। जहां पुलिस गाईड करती है उसके हिसाब से प्रदर्शन करना चाहिए।

भारत-पाकिस्तान पहला टी-20 मुकाबला बैंगलोर में आज

भारतीय सरजमीं पर पहली बार आज शाम 7 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 मैच खेला जाएगा। बैंगलोर के चेन्नास्वामी स्टेडियम में ये मुकाबला होगा। दोनों टीमें अबतक 3 बार आमने सामने हुई है और हर तीनों मैच में भारत के हाथों जीत लगी है।
टीम इंडिया और पाकिस्तान की टीमें जब बैंगलोर के चिन्नास्वामी स्टेडियम में आमने-सामने होंगी तो क्रिकेट प्रेमी सबसे रोमांचक मुकाबले की उम्मीद कर सकते हैं। पाकिस्तान क्रिकेट टीम कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को ही बैंगलोर पहुंची और उसके बाद उन्होंने दो दिनों तक जमकर नैट्स पर पसीना भी बहाया। वहीं टीम इंडिया इंग्लैंड के ख़िलाफ़ मुंबई टी-20 में हारने के बाद रविवार को बैंगलोर पहुंची।
दो मैचों की टी-20 सीरीज का पहला मुकाबला आज बैंगलोर में शाम 7 बजे से शुरु होगा। इस मैच से पहले अब तक दोनों टीमों इस फॉर्मेट में 3 बार भिड़ें हैं और वो भी वर्ल्ड कप में। हर बार टीम इंडिया को ही जीत मिली है जबकि ये पहला मौका है जब ये टीमें एक-दूसरे के खिलाफ एक-दूसरे की जमीं पर टकरा रही हैं।
टीम इंडिया के लिए उनके युवा तेज़ गेंदबाज़ सबसे बड़ी परेशानी की वजह हैं। इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने जिस अंदाज़ में भारत के तेज़ गेंदबाज़ों का मज़ाक उढ़ाया उससे पाकिस्तान काफी राहत महसूस कर रहा होगा। वहीं पाकिस्तान की सबसे बड़ी ताकत उनकी गेंदबाज़ी है।
उमर गुल, सौहेल तनवीर, सईद अजमल और शाहिद आफरीदी टीम इंडिया के बल्लेबाजों के लिए खासी मुश्किलें पैदा कर सकते हैं। टीम इंडिया के लिए चिंता उनकी बल्लेबाज़ी है। ओपनर गौतम गंभीर लगागात अपने फॉर्म से जूझ रहे हैं और ऐसे में एक और नाकामी उन्हें इस फॉर्मेंट से बाहर का रास्ता दिखा सकती हैं। वहीं दूसरे ओपनर अंजिक्या रहाणे के पासे ये मौका होगा कि वो चयनकर्ताओं के भरोसे पर खरे उतरे। अगर रहाणे वीरेंद्र सहवाग की कमी महसूस ना होनें दे तो शायद वन-डे सीरीज़ में भी उनके लिए बेहतर भविष्य की उम्मीदें जगेंगी।
कोहली, रैना और धोनी के कंधों पर बल्लेबाजी का दारमदार होगा
लेकिन टीम इंडिया के लिए तुरुप का इक्का युवराज ही साबित हो सकते हैं जिन्होंने अपने बल्ले और गेंद के दम पर इंग्लैंड के ख़िलाफ मैन ऑफ द सीरीज़ का ख़िताब हासिल किया।

कोहरे ने रोकी ट्रेन की रफ्तार, उड़ानें भी प्रभावित

दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में कोहरे ने रफ्तार थाम दी है। दिल्ली से आने और जाने वाली 6 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और 50 से ज्यादा ट्रेनें देरी से चल रही हैं। वहीं हवाई यातायात पर भी कोहरे का जबरदस्त असर देखने को मिला। कम विजिबिलिटी के चलते करीब 120 उड़ानों पर असर पड़ा है जिसमें 18 को डाइवर्ट कर दिया गया है।
उत्तर रेलवे के मुताबिक करीब 80 ट्रेनें वक्त से लेट पहुंची।
 जिसकी वजह से 50 से ज्यादा ट्रेनों के समय में बदलाव करना पड़ा है। ज्यादातर प्रभावित गाड़ियां बिहार, पश्चिम बंगाल, और असम के रूट की हैं। जिन ट्रेनों पर असर पड़ा है। उनमें पुरानी दिल्ली कोलकाता-हावड़ा जनता एक्सप्रेस 25 घंटा लेट। इलाहाबाद-चंडीगढ़ ऊंचाहार एक्स्प्रेस 22 घंटा लेट। नई दिल्ली- राजेंद्र नगर स्वर्ण क्रांति 21 घंटा लेट। नई दिल्ली- कोलकाता-हावड़ा पूर्वा एक्सप्रेस 21 घंटा लेट और नई दिल्ली- कोलकाता- हावड़ा राजधानी एक्सप्रेस करीब 18 घंटे की देरी से चल रही है।
वहीं कोहरे का उड़ानों पर भी असर देखा गया। दिल्ली एयरपोर्ट पर विजिबिलिटी बेहद कम होने की वजह से कैट 3 पायलटों को ही लैंडिंग और टेक ऑफ की इजाजत दी गई है यानि वो पायलट जिनके पास 50 मीटर से कम विजिबिलिटी में लैंड और टेक ऑफ की योग्यता है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे 9 और 29 काम नहीं कर रहे हैं। जिन उड़ानों को डायवर्ट किया गया है उनमें 3 अंतर्राष्ट्रीय और 15 घरेलू उड़ानें हैं। जेट एयरवेज की सिंगापुर और चीन की फ्लाइट्स को कोलकात और अहमदाबाद के लिए डायवर्ट किया गया है।

सचिन इससे अच्छी विदाई के हकदार तो थे बॉस

एकदिवसीय क्रिकेट के बेताज बादशाह सचिन तेंदुलकर के संन्यास की घोषणा से दुनिया भर में उनके फैंस काफी दुखी हैं। सचिन के इस तरह संन्यास लेने से उनके प्रशंसकों के मन में एक टीस जरूर रह गई है। टीस इस बात की कि क्या सचिन ऐसी ही विदाई के हकदार थे।
क्या क्रिकेट के इस भगवान को अपने ‘भक्तों’ को अपना आखिरी मैच खेलते देखने का मौका नहीं देना चाहिए था। 1989 में गुजरांवाला में पाकिस्तान के खिलाफ अपने वनडे क्रिकेट की शुरुआत करने वाले सचिन को क्या बीसीसीआई पाकिस्तान के खिलाफ आखिरी मैच खेलने के लिए नहीं मना सकती थी?
क्या सचिन के फैंस को उनको आखिरी बार वनडे खेलते देखने का मौका नहीं मिलना चाहिए था? क्या सचिन आलोचनाओं से इतने दुखी थे कि वो और वनडे नहीं खेलना चाहते थे या सचिन किसी बात से इतने दुखी थे कि उन्हें न चाहते हुए भी वनडे क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा।
निश्चित ही सचिन एक जबरदस्त यादगार विदाई के हकदार थे जो उन्हें नहीं मिली। ये बात खुद उनके रिकॉर्ड्स बताते हैं। 23 साल के अपने शानदार करियर में सचिन ने रिकॉर्ड का इतना बड़ा अंबार लगाया है जिनके बारे में किसी दूसरे क्रिकेटर के लिए सोचना भी मुश्किल है।


पढ़ें: सचिन के संन्यास पर कौन खुश कौन नाराज

महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने रविवार को एकदिवसीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला किया। सचिन के संयास के बाद क्रिकेट जगत से जुड़ी हस्तियों ने अपने-अपने अंदाज में अपनी प्रतिक्रिया दी। सचिन के नाम सर्वाधिक एकदिवसीय मैच, सर्वाधिक एकदिवसीय रन, सर्वाधिक शतक और कई अन्य रिकार्ड दर्ज हैं। सचिन ने 25 दिसंबर को पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले एकदिवसीय मुकाबले से ठीक पहले संन्यास की घोषणा की।
सचिन के पूर्व साथी और भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि मुझे लगता है कि सचिन को पाकिस्तान के खिलाफ खेलना चाहिए था लेकिन यह उनका फैसला है और सही समय पर लिया गया है।
इस बात को लेकर काफी संदेह था कि वह एकदिवसीय क्रिकेट खेलना जारी रखेंगे या नहीं मैं उनके फैसले से हैरान नहीं हूं। सचिन ने वही किया जो उन्हें सही लगा।
ऑफ स्पिन गेंदबाज हरफजन सिंह ने ट्विटर पर लिखते हैं कि सचिन तेंदुलकर, एक महान बल्लेबाज, एक महान इंसान, एक महान दोस्त, एक महान व्यक्ति और भारत का सच्चा सपूत। मैं आपको नमन करता हूं और आपसे प्यार करता हूं।
युवराज सिंह ने ट्विटर पर लिखा, ‘यह काफी भावनात्मक समय है। सचिन जिनके नाम 18 हजार रन हैं, के बिना एकदिवसीय मैच खेलना होगा। सचिन के रिकार्ड बेमिसाल हैं। मास्टर, आप हमेशा मेरे और देशवासियों के दिल में रहोगे। आप देश का मान हो और मैं क्रिकेट में आपके योगदान के लिए आपको नमन करता हूं’।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और चयन समिति के पूर्व अध्यक्ष के. श्रीकांत ने कहा कि वह सचिन के फैसला से हैरान हैं। श्रीकांत ने कहा, ‘अच्छी लय में रहते हुए एकदिवसीय क्रिकेट छोड़ना हैरान करता है’।
‘मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूं कि वह अच्छे रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट को भी अलविदा कहना चाहेंगे। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सफल सीरीज के इंतजार में होंगे’।
पूर्व कप्तान और चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने कहा कि अगर सचिन टेस्ट में खेलना जारी रखना चाहते हैं तो फिर उन्हें एकदिवसीय मैचों में खेलते रहना चाहिए था।
विदेशी खिलाड़ियों ने भी सचिन के संन्यास पर प्रतिक्रिया जाहिर की है। दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज हाशिम अमला ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘एक शानदार बल्लेबाज के बेहतरीन एकदिवसीय करियर का अंत। बधाई हो सचिन’।
भारत के फार्मूला वन चालक नारायण कार्तिकयन ने ट्वीट किया है, ‘एक युग का अंत। 23 साल के करियर वाले इस इंसान को नमन’।
बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर ने ट्वीटर पर लिखा, ‘सचिन सम्भवत: भारत के महानतम खिलाड़ी हैं’।

सचिन ने वनडे से लिया संन्यास, BCCI का ऐलान


मुंबई। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वनडे से संन्यास ले लिया है। सचिन ने गुरुवार को बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को पत्र लिखकर वनडे क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया है। सचिन टी-20 से पहले ही संन्यास ले चुके हैं। गौरतलब है कि आज ही पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले टी-20 मैच के लिए टीम इंडिया का चयन होना है।
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह एन श्रीनिवासन को पत्र लिखकर सचिन ने बताया कि वनडे से वो संन्यास लेना चाहते हैं। उन्होंने पत्र में साल 2011 में वर्ल्ड कप टीम का सदस्य बनने पर खुद को गौरांवित बताया है। टीम चयन के लिए आज बोर्ड की बैठक होने वाली है। लेकिन बैठक से पहले सचिन ने अपना फैसला बीसीसीआई को बता दिया। 
मालूम हो कि सचिन ने सबसे ज्यादा वनडे मैच खेले हैं और 463 वनडे में 18426 रन बनाए हैं। जिसमें 49 शतक और 96 अर्धशतक बनाए हैं। सचिन के इस फैसले पर पूर्व सिलेक्टर के श्रीकांत ने हैरानी जताई है। वहीं पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी कीर्ति आजाद ने कहा है कि सचिन ने क्रिकेट पर उपकार किया है।  


कल को माओवादी प्रदर्शन करेंगे तो क्या मैं उनसे भी मिलूं: शिंदे

ये कहना बहुत आसान है कि गृहमंत्री को वहां जाना चाहिए। कल को अगर माओवादी हथियारों के साथ प्रदर्शन करने लगें तो क्या मैं वहां भी जाऊंगा’? ये सवाल है देश के गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे का। आईबीएन7 के एडिटर-इन-चीफ राजदीप सरदेसाई से खास बातचीत में उन्होंने कहा कि वो महिलाओं के खिलाफ बढ़ती रेप की घटनाओं का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों से नहीं मिलेंगे।
शिंदे का कहना कि रेप कानून पर संशोधन पर संसद का विशेष सत्र बुलाने की जरूरत नहीं है। शिंदे ने अपने बयान को जायज ठहराते हुए कहा कि अगर हम इन सबसे मिलेंगे तो हमें राज्यों के भी तमाम प्रदर्शनकारियों से मिलना पड़ेगा।
गृहमंत्री ने ये भी कहा कि बलात्कार के मसले को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ और गढ़चिरौली में कोई घटना घटेगी तो सरकार वहां नहीं जाएगी। 
उन्होंने कहा कि इसलिए उन्होंने देश के डीजीपी की बैठक बुलाई है। वो अपनी सरकार की तारीफ भी नहीं करेंगे। वो भी संवेदनशील हैं। वो कठोर कदम उठाएंगे।
वहीं प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश के नाम संबोधन में कहा कि महिलाओं की सुरक्षा पर लगातार सरकार की नजर है। सुरक्षा के सारे कदम उठाए जा रहे हैं। लोग शांति बनाए रखें और सरकार की मदद करें। प्रदर्शन में हिंसा नहीं होनी चाहिए।

Saturday, December 22, 2012

मोदी का ही गढ़ रहा गुजरात, पर हिमाचल ‘हाथ’ के साथ

2012 की सबसे आखिरी राजनीतिक लड़ाई में बीजेपी और कांग्रेस दोनों के बीच मुकाबला 1-1 से टाई हो गया है। गुजरात विधानसभा चुनाव में जहां नरेंद्र मोदी ने प्रचंड बहुमत के साथ वापसी कर कांग्रेस को राज्य में उसकी हैसियत दिखा दी है तो कांग्रेस ने भी हिमाचल प्रदेश की सत्ता छीनकर बीजेपी को बता दिया है कि उसे कमजोर समझने की भूल कतई न की जाए।
गुजरात विधानसभा चुनाव में जनता ने लगातार पांचवीं बार बीजेपी पर भरोसा जताया है। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ये और भी बड़ी जीत है क्योंकि लगातार तीसरी बार उन्हें राज्य की जनता के मुख्यमंत्री पद का तोहफा देकर 2014 में उनके प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने का अच्छा-खासा आधार तैयार कर दिया है। गुजरात में पिछली बार बीजेपी ने 117 सीटों पर जीत हासिल की थी लेकिन इस बार नरेंद्र मोदी उस आंकड़े से आगे निकल रहे हैं। बीजेपी राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी 92 सीटें अपने नाम कर चुकी है और वो तकरीबन 122 सीटें जीतती दिख रही है। दूसरी ओर कांग्रेस यहां 54 जबकि अन्य छह सीटों के लिए लड़ाई जारी रखे हैं।
हिमाचल प्रदेश में नतीजे बीजेपी की उम्मीद से पूरी तरह उलट हैं। राज्य में बीजेपी की प्रेम कुमार धूमल सरकार को करारी हाल झेलनी पड़ी है। 68 सीटों वाली विधानसभा में कांग्रेस 36 सीटें जीती तो बीजेपी के पास महज 26 सीट रहीं। अन्य के खाते में यहां भी गुजरात की तरह छह सीटें रहीं। कुल मिलाकर धूमल सरकार और बीजेपी को प्रदेश की जनता ने यहां सत्ता से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

तब संभावना सेठ पर की थी निरुपम ने ऐसी ही टिप्पणी!

टीवी पर लाइव बहस के दौरान कांग्रेस नेता संजय निरुपम की बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी पर की गई अभद्र टिप्पणी उन्हें भारी पड़ गई है। निरुपम के बयान पर बीजेपी ने कड़ा ऐतराज जताया है। पार्टी ने इस मुद्दे पर उनसे माफी की मांग की है जबकि स्मृति ईरानी ने उन्हें मानहानि का नोटिस भेज दिया है।
वैसे संजय निरुपम पहले भी अपनी टिप्पणियों के लिए विवाद में फंसते रहे हैं। बिग बॉस के दूसरे सीजन में वे बतौर प्रतिभागी शामिल हुए लेकिन वहां अभिनेत्री संभावना सेठ के फिल्मों ने काम करने पर उन्होंने सवाल उठा दिए। उन्होंने संभावना से कहा कि जब वे घर में आ रहे थे तब किसी ने उनसे कहा कि वे ऐसे घर में क्यों जा रहे हैं जहां संभावना सेठ जैसी आइटम गर्ल उनके साथ रहेगी।
निरुपम को तब संभावना ने करारा जवाब दिया था। निरुपम बिग बॉस के घर से बाहर जाने के लिए नॉमिनेट हुए और उन्हें जनता से अपने वोटों से पहले ही हफ्ते बाहर भी कर दिया। लेकिन लगता है कि निरुपम ने उस घटना से कोई सबक नहीं सीखा। अब उन्होंने ऐसी ही टिप्पणी पूर्व टीवी अभिनेत्री और अब बीजेपी नेत्री स्मृति ईरानी के खिलाफ भी कर दी।
गौरतलब है कि एक नेशनल न्यूज चैनल(आईबीएन7 नहीं) पर गुरुवार की शाम गुजरात के चुनाव नतीजों पर बहस के दौरान कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने स्मृति ईरानी से कहा कि आप तो टीवी पर ठुमके लगाती थीं और आज राजनीतिक विश्लेषक बन गईं। विवाद बढ़ने पर आज संजय ने ट्विटर पर सफाई दी। उन्होंने अपनी टिप्पणी पर कोई अफसोस जताने की बजाय कहा कि उनकी बात को गलत संदर्भ में पेश किया जा रहा है।


जी न्यूज के संपादक ने ठोंका जिंदल पर मानहानि का दावा


जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी ने शुक्रवार को कांग्रेस सांसद और उद्योगपति नवीन जिंदल के खिलाफ मानहानि का मामला दाखिल किया। उन्होंने जिंदल पर उन्हें एफआईआर में झूठे तरीके से फंसाने और संवाददाता सम्मेलन में झूठा बयान देने का आरोप लगाया।
जिंदल की शिकायत पर पत्रकार को गिरफ्तार किया गया था, हालांकि अब उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया है। शिकायत की सुनवाई कर रही दिल्ली की एक अदालत ने संक्षिप्त सुनवाई करने के बाद इस शिकायत को संज्ञान में लेने के लिए तीन जनवरी का दिन मुकर्रर किया।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट जय थरेजा ने कहा कि संज्ञान लेने संबंधी बिंदुओं पर बहस की सुनवाई कर ली गई है और संज्ञान लेने के आदेश के लिए और यदि जरूरी हुआ तो आगे की प्रक्रिया के लिए मामले को तीन जनवरी 2013 की तिथि तय की जाती है।

मोदी के सवाल पर नीतीश कुमार ने फिर काटी कन्नी

गुजरात में नरेंद्र मोदी की जीत के बाद देश भर से उनको बधाई देने वाले लोगों का तांता लगा हुआ है। लेकिन एनडीए के सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नरेंद्र मोदी के सवाल भागते नजर आ रहे है। नरेंद्र मोदी की जीत को लेकर सवाल किया गया तो नीतीश ने उन्होंने यह कहकर टाल दिया की आज वो इस मुद्दे पर नही बोलेंगे इसके लिए वो मीडियाको अलग से बुलाएंगे।
जाहिर है, मोदी की जीत पर नीतीश कुमार प्रतिक्रिया देने से परहेज कर रहे हैं। क्योंकि मोदी पर बयान का मतलब वो अच्छी तरह जानते हैं। मोदी को लेकर अपने नजरिए में बदलाव का कोई भी संदेश वो इस वक्त नहीं देना चाहते। लिहाजा, मोदी की दावेदारी पर बोलना तो दूर उनकी चुनावी जीत पर बधाई का सामान्य शिष्टाचार निभाने से भी नीतीश बच रहे हैं। लेकिन बिहार की सत्ता में उनकी साझेदार बीजेपी से मोदी को पीएम बनाने की पुरजोर पैरवी हो रही है।
बीजेपी के राष्ट्रीय नेता भी पीएम पद पर मोदी की दावेदारी का समर्थन कर रहे हैं। मोदी के समर्थन में ऐसे सुर पहले भी उठते रहे हैं और आगे भी उठते रहेंगे। लेकिन सवाल फिर वही है कि क्या मोदी के नाम पर एनडीए के सहयोगी सहमत होंगे? क्या आरएएसएस को मोदी की दावेदारी मंजूर होगी? और क्या लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और अरुण जेटली जैसे नेता पीएम बनने की अपनी हसरत को हवा होते बरदाश्त कर पाएंगे?  


Thursday, December 20, 2012

टाटा करेगी इलायची, काली मिर्च बेचने में किसानों की मदद


टाटा ग्लोबल बेवरेजेज ने साउथ इंडियन ग्रीन कार्डामम कंपनी (एसआईजीसीसी) के साथ एक समझौते की घोषणा की। इसके तहत किसान 'स्पाइस मिस्ट' ब्रांड नाम के साथ अपनी इलायची और काली मिर्च बेच पाएंगे। एसआईजीसीसी मसाला उत्पादक केरल और तमिलनाडु के किसानों द्वारा स्थापित, प्रबंधित और संचालित अपनी तरह की पहली कंपनी है। इसकी स्थापना 2006 में हुई थी।
पहले कंपनी खुद अपने मसालों का विपणन करती थी। अब इस समझौते के बाद कंपनी के उत्पाद टाटा ग्लोबल बेवरेजेज के नेटवर्क के माध्यम से बिकेंगे।

एसआईजीसीसी के निदेशक सैम मैथ्यू ने कहा कि इस व्यवस्था के तहत भारतीय उपभोक्ता सर्वोत्तम भारतीय मसाले की उम्मीद कर सकते हैं। यही नहीं टाटा ग्लोबल बेवरेजेज की मदद से हमारे उत्पादों का प्रचार बड़े पैमाने पर हो सकेगा।
टाटा ग्लोबल बेवरेजेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरीश भट्ट ने कहा कि अपनी विशेषज्ञता के माध्यम से हम उत्पादकों को अपने उत्पादों की संभावना खोलने और बड़े बाजार तक पहुंचने में मदद करने की उम्मीद करते हैं।

सैमसंग बना साल 2012 का टॉप मोबाइल ब्रांड

मोबाइल के बाजार में नोकिया पिछड़ती जा रही है। नोकिया को पीछे छोड़ते हुए सैमसंग इस साल का टॉप मोबाइल ब्रांड बन गया है। एक सर्वे के मुताबिक 14 साल में पहली बार नोकिया पहले पायदान से नीचे खिसकी है।
इस साल दुनियाभर के मोबाइल बाजार में सैमसंग का हिस्सा 29 फीसदी रहने का अनुमान है जबकि पिछले साल ये 24 फीसदी था। वहीं, दूसरी ओर नोकिया का हिस्सा 30 फीसदी से घटकर 24 फीसदी हो गया है। 
 इसी सर्वे में कहा गया है कि सैमसंग ने स्मार्टफोन बाजार में एप्पल पर और बढ़त बना ली है। दुनियाभर के स्मार्टफोन बाजार में जहां सैमसंग का हिस्सा एक साल में 20 फीसदी से बढ़कर 28 फीसदी हो गया है। वहीं, एप्पल के हिस्से में सिर्फ 1 फीसदी की बढ़त आई है और ये 19 फीसदी से बढ़कर 20 फीसदी हो गया है।

कच्चे तेल की कीमत 107.18 डॉलर प्रति बैरल


पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएस) द्वारा बुधवार को जारी भारतीय बास्केट के लिए कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमत 18 दिसंबर को बढ़कर 107.18 अमरीकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई। यह पिछले कारोबारी दिवस 17 दिसंबर को 106.96 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल से अधिक थी।
रुपए के संदर्भ में भी कच्चे तेल की कीमत में वृद्धि हुई है और यह 18 दिसंबर को कच्चे तेल की कीमत 5878.82 रुपये प्रति बैरल हो गई, जबकि 17 दिसंबर को यह 5843.22 रुपये प्रति बैरल थी। रुपये/डॉलर की विनिमय दर 18 दिसंबर को 54.85 रुपये/डॉलर हो गई, जबकि 17 दिसंबर को यह 54.63 रुपये/डॉलर थी।

शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स 29 अंक लुढ़का

मुंबई। देश के शेयर बाजारों में गुरुवार को शुरुआती कारोबार में गिरावट का रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सुबह लगभग 9.35 बजे 29.64 अंकों की तेजी के साथ 19,446.36 पर और निफ्टी भी लगभग इसी समय पर 11.60 अंकों की गिरावट के साथ 5,918.00 पर कारोबार करते देखे गए।
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 35.41 अंकों की तेजी के साथ 19,511.41 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 4.85 अंकों की तेजी के साथ 5,934.45 पर खुला।

पाक की खराब हालत के लिए जरदारी,शरीफ जिम्मेदार: खान

तहरीक ए इंसाफ के प्रमुख इमरान खान ने देश के बदतर हालात के लिए राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को जिम्मेदार ठहराया है। इमरान खान ने देश के उत्तरी क्षेत्रों में अपने चुनावी अभियान के तहत सोमवार को एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल एन) का युग अब खत्म हो गया है और पाकिस्तान के लिए एक नए अध्याय की शुरूआत होनी बाकी है।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल से नवाज शरीफ पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को अपना पूरा समर्थन दे रहे है इसलिए पाकिस्तान की खराब हालत के लिए ये दोनों नेता जिम्मेदार है। उन्होंने दावा किया कि यदि हमें एक समृद्ध और शांत पाकिस्तान चाहिए तो हमें आसिफ अली जरदारी और नवाज शरीफ के बिना रहना होगा।

ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति ने 1,900 कैदियों को किया माफ

ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति मोनसेफ मारजोकी ने अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए जेल में बंद 1,900 कैदियों को क्षमादान दे दिया है। इनमें 29 विदेशी कैदी भी शामिल हैं।
समाचार एजेंसी टीएपी ने राष्ट्रपति कार्यालय से मंगलवार को जारी एक बयान के हवाले से बताया कि मारजोकी ने पूर्व राष्ट्रपति जिने अल अबिदिने बिन अली की दूसरी बरसी पर कैदियों को क्षमादान दिया है।
बयान के अनुसार माफ किए गए सभी कैदी मामूली अपराधों के लिए सजा काट रहे थे और किसी की सजा एक साल से अधिक नहीं थी।

बच्चे के लिए सामान्य जीवन चाहते हैं प्रिंस विलियम

ब्रिटेन के राजकुमार विलियम अपने बेटे को सामान्य जीवन देना चाहते हैं। विलियम की पत्नी डचेज कैथरीन उनके पहले बच्चे को जन्म देने वाली हैं। रॉयल एयर फोर्स में पायलट के तौर पर कार्यरत विलियम कुछ समय के लिए शाही कार्यो से दूर रहना चाहते हैं ताकि उनके आने वाले बेटे या बेटी को जन्म के समय सामान्यता का एहसास हो सके।
वेबसाइट ‘कांटेक्टम्यूजिक डॉट कॉम’ के मुताबिक एक सूत्र ने बताया कि विलियम अपने बच्चे को सामान्य जीवन देना चाहते हैं और ऐसा करने के लिए उन्हें सशस्त्र सेनाओं में रहना पड़ेगा।

आयरलैंड में गर्भपात को लेकर बनेगा नया कानून

आयरलैंड सरकार ने घोषणा की है कि वह एक ऐसा कानून बनाएगी जिसमें मां की जान को खतरा होने की स्थिति में गर्भपात का प्रावधान होगा। सरकार ने कहा कि नए कानून में ऐसे नियम और प्रावधान होंगे जिनमें महिला की जान को जोखिम होने पर गर्भपात का प्रावधान होगा। ऐसा कानून बनने पर गर्भवती महिला को मदद मिलेगी।
सरकार ने यह कदम एक भारतीय महिला सविता हलप्पानवर की मौत के बाद इस मुद्दे पर कानूनी स्पष्टता लाने के लिए गठित विशेषज्ञो की एक रिपोर्ट के आधार पर उठाया है। सविता की कुछ हफ्ते पहले आयरलैंड में मौत हो गई थी।
सविता के परिवार के अनुसार डॉक्टरों ने सविता की जान को खतरा होने के बावजूद उसका गर्भपात करने से मना कर दिया था, जिससे उसको अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था।

खत्म हुआ संसद में हंगामा, इन विधेयकों का होगा बेड़ा पार?

मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई पर पिछले कुछ दिनों से संसद में मचा हंगामा खत्म होने के आसार हैं। सरकार नियम 184 के तहत बहस के लिए राजी हो गई है। इससे उम्मीद बंधी है कि शायद इस सत्र में पेश होने वाले दूसरे कई महत्वपूर्ण विधेयक पास हो जाएं। मानसून सत्र में कई विधेयक हंगामे की भेंट चढ़ गए थे। खासतौर पर सरकारी नौकरियों में एससी-एसटी को प्रमोशन में आरक्षण को लेकर सपा-बसपा के हंगामे ने कई दिन बेकार चले गए।
इसके अलावा एफडीआई को लेकर शीतकालीन सत्र के 5 दिन भी हंगामे के कारण बर्बाद हो गए
लेकिन सरकार के सामने चुनौतियों और भी हैं। कई महत्वपूर्ण विधेयक इस सत्र में पेश किए जाने हैं। इनमें प्रमुख रूप से लोकपाल बिल, पेंशन बिल, सरकारी नौकरियों में आरक्षण बिल, बीमा सेक्टर में विदेशी निवेश बिल, महिला आरक्षण बिल, बैंकिंग कानून संशोधन, प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग बिल शामिल हैं। इसके अलावा कार्यस्थल पर महिलाकर्मियों को यौन उत्पीड़न से बचाने से संबंधित बिल, व्हीसल ब्लोअर बिल, विदेशी लोक अधिकारियों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लोक अधिकारियों की रिश्वतखोरी रोकने संबंधी बिल, भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुर्नस्थापन बिल और रसायनिक हथियार (संशोधन) बिल भी अटके पड़े हैं।
सरकार के लिए इन्हें पास कराना बड़ी चुनौती है। ऐसे वक्त पर जब सरकार आर्थिक सुधारों का पहिया तेजी से घुमाना चाहती है, उसके लिेए आर्थिक सुधारों से जुड़े बिलों को पास कराना बेहद जरूरी है। लेकिन मुश्किल ये है कि कई बिलों पर विपक्षी ही नहीं, उसके अपने सहयोगी भी राजी नहीं हैं। इनमें से कई विधेयक तो 2010 और 2011 से ही लंबित पड़े हुए हैं। इसके लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए संसद में गतिरोध के लिए जहां बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहा है। वहीं बीजेपी का कहना है कि गतिरोध इसलिए है, क्योंकि सरकार अपने कुछ घटक दलों को राजी करने में विफल रही है।
इनमें से कुछ बिल तो लोकसभा में पेश हो चुके हैं लेकिन पास नहीं हुए हैं। जबकि कुछ बिल राज्यसभा में अटके पड़े हैं। कौन-कौन से प्रमुख बिल हैं और संसद में इनकी क्या स्थिति है जरा देखें:
1.बैंकिंग कानून संशोधन बिल: मार्च 2011 में लोकसभा में पेश।
2.पेंशन बिल: मार्च 2011 में लोकसभा में पेश।
3.इंश्योरेंस कानून संशोधन बिल: दिसंबर 2008 में लोकसभा में पेश।
4.प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग बिल: 27 दिसंबर 2011 को लोकसभा में पेश।
5.लोकपाल बिल: दिसंबर 2011 को लोकसभा में पेश और पारित।
6.व्हीसल ब्लोअर बिल: अगस्त 2011 में लोकसभा में पेश और पारित।
7.महिला आरक्षण बिल: मई 2008 में राज्यसभा में पेश मार्च 2010 में पारित। लोकसभा में अटका।
8.एससी-एसटी प्रमोशन बिल: सितंबर 2012 में राज्यसभा में पेश।
दरअसल, विपक्ष और सरकार के बीच एकराय ना होने के चलते अब तक ये विधेयक अटके पड़े हैं। लोकपाल बिल पर जहां सरकार और विपक्ष में गहरे मतभेद हैं, वहीं महिला आरक्षण बिल और एससी-एसटी बिल पर सरकार को समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी का रुख सख्त है। एफडीआई, पेंशन बिल और इंश्योरेंस बिल पर लेफ्ट और तृणमूल कांग्रेस के तेवर तीखे हैं। लेकिन एफडीआई पर सरकार को मिली राहत के बाद कहा जा सकता है कि इन विधेयकों पर गतिरोध टूटेगा और सरकार और विपक्ष मिलकर नए सुधारों की तरफ कदम बढ़ाएंगे।

मोदी की जीत से हमें कोई लेना देना नहीं: जेडीयू

नई दिल्ली।जेडीयू नेता अली अनवर ने कहा है कि मोदी की जीत से जेडीयू को कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि ना उधो का लेना, ना माधो का देना। मोदी जीते या हारे उस से हमको क्या लेना है।
अनवर ने कहावत में कहा कि बेल पके तो कौआ के बाप को क्या? ये देश बहु-भाषी, बहु जाति है। किसी की छवि कट्टर है तो वो सफल नहीं हो सकता। एक सवाल के जवाब में अनवर ने कहा कि प्रधानमंत्री ऐसा होना चाहिए जो सभी को मंजूर हो। जो सबको साथ लेकर चल सके। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर बीजेपी उससे बात करेगी। अगर नहीं बात करेगी तो उनकी राह अलग, हमारी अलग।
अनवर ने कहा कि बीजेपी में पीएम के लिए एक अनार सौ बीमार वाली हालत है। एनडीए में हमारी पार्टी अपनी राय साफ कर चुकी है। पीएम उम्मीदवार ऐसा हो जिसका सेक्यूलर क्रिडेंशिएल हो। मोदी के बारे में सभी जानते हैं।

राहुल जहां भी गए, वहां कांग्रेस जीती: मनीष तिवारी

गुजरात और हिमाचल के चुनाव नतीजे को कांग्रेस में अपने पक्ष में बताया है। रुझानों में गुजरात की हार पर कांग्रेस ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि जहां-जहां राहुल गए, वहां पार्टी का उम्मीदवार जीता। कांग्रेस का कहना है कि गुजरात में उसकी स्थिति सुधरी है।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि गुजरात और हिमाचल दोनों जगह बीजेपी की सरकार थी। लेकिन हिमाचल में कांग्रेस ने जीत दर्ज की। उन्होंने कहा कि बीजेपी को नीचे की ओर खिसकी है। मनीष तिवारी ने राहुल का बचाव करते हुए कहा कि गुजरात में राहुल 13 विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार करने गए और इनमें से 12 सीटों पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की है। उन्होंने कहा कि गुजरात में कांग्रेस की स्थिति सुधरी है। 
 कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि गुजरात में मोदी की स्थिति कमजोर हुई है, कांग्रेस की सीटें बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी का 150 सीटों का दावा गलत साबित हुआ। बीजेपी में पीएम पद के लिए मोदी की उम्मीदवारी पर शुक्ला ने कहा कि ये बीजेपी को तय करना है और इसे लेकर बीजेपी में अंदरूनी झगड़ा है।

देखें: हिमाचल- किस सीट से कौन आगे-कौन पीछे

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से बढ़त हासिल करती दिख रही है। राज्य में बीते महीने मतदान हुआ था और गुरुवार सुबह आठ बजे से मतगणना जारी है।
भाजपा उम्मीदवार 23 निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त बनाए हुए हैं जबकि कांग्रेस 37 निर्वाचन क्षेत्रों में आगे चल रही है। राज्य के 68 निर्वाचन क्षेत्रों में से 65 में रुझान मिलने शुरू हो गए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य की 68 सदस्यीय विधानसभा के लिए दौड़ अब भी जारी है और अब तक किसी भी सीट पर परिणामों की घोषणा नहीं हुई है। कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को उनकी पार्टी को सत्ता मिलने व भाजपा के बाहर होने की पूरी उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि हमें सरकार बनाने का पूरा विश्वास है। भाजपा के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने शुरुआत में जहां सत्ता में वापसी का विश्वास जताया था, वहीं अब उन्होंने थोड़ा सम्भलते हुए कहा कि हमने अपना सर्वश्रेष्ठ किया, और देखते हैं कि सरकार कौन बनाएगा।
क्रमांकविधानसभा सीटजीते/आगेपार्टीहारे/पीछेपार्टी
1चुराह सुरक्षितहंसराजबीजेपी-----
2भरमौर सुरक्षितजियालालबीजेपी----
3चंबाबाल कृष्ण चौहानबीजेपी----
4डलहौजीआशा कुमारीकांग्रेस-----
5भट्टियाटकुलदीप सिंह पठानियाकांग्रेस----
6नूरपुरअजय महाजनकांग्रेस----
7इंदौरा-सुरक्षित मनोहर धीमाननिर्दलीय-----
8फतेहपुरबल्देव ठाकुरबीजेपी----
9जवालीनीरज भारतीकांग्रेस----
10देहरारविंद्र सिंहबीजेपी-----
11जसवांबिक्रम सिंहबीजेपी----
12ज्वालामुखीसंजय रट्टनकांग्रेस----
13जयसिंहपुर सुरक्षितयादवेंदर गोमाकांग्रेस-----
14सुलाहजगजीवन पॉलकांग्रेस----
15नगरौटाजीएस बालीकांग्रेस----
16कांगडा---------
17शाहपुर मेजरविजय सिंहकांग्रेस----
18धर्मशालासुधीर शर्माकांग्रेस----
19पालमपुरबृज बिहारी लालकांग्रेस-----
20बैजनाथ सुरक्षितकिशोरीलालकांग्रेस----
21लाहौल स्पीतिरामलाल मार्कंडेयबीजेपी----
22मनालीगोविंद सिंह ठाकुरबीजेपी-----
23कुल्लूसुंदर सिंह ठाकुरकांग्रेस----
24बनजारकरन सिंहकांग्रेस----
25अन्नी सुरक्षित---------
26करसोंग सुरक्षितमंसा रामकांग्रेस----
27सुंदर नगरसोहन लालकांग्रेस----
28नाचन सुरक्षितटेकचंद डोगराकांग्रेस-----
29सेराजजय राम ठाकुरबीजेपी----
30दारांगकौर सिंहकांग्रेस----
31जोगिंदर नगर--बीजेपी-----
32धरमपुर---------
33मंडीअनिल कुमारकांग्रेस----
34बाल्ह सुरक्षितप्रकाश चौधरीकांग्रेस----
35सरकाघाटरंगीला राम रावकांग्रेस----
36भोरंज सुरक्षितभोरंज दास धीमानबीजेपी----
37सुजानपुर---------
38हमीरपुरप्रेम कुमार धूमल बीजेपी----
39बरसाडइंद्र दत्त लखनपालकांग्रेस----
40नादौनसुखविंदर सिंहकांग्रेस-----
41चिंतपूर्णी सुरक्षित---------
42गगरेट--------
43हडौली---------
44उनासतपाल सिंह सत्तीबीजेपी-----
45कूटलेहारवीरेंद्र कंवरबीजेपी-----
46झनदुटा सुरक्षितबीरू राम किशोरकांग्रेस----
47घुमरविनराजेश धर्मानीकांग्रेस----
48बिलासपुरबंबर ठाकुरकांग्रेस-----
49श्री नैना देवीराम लाल ठाकुरकांग्रेस----
50अरकीगोविंद राम शर्माबीजेपी----
51नालागढकृष्ण लाल ठाकुरबीजेपी-----
52दूनदर्शन सिंहनिर्दलीय----
53सोलन सुरक्षितधनीराम शांडिलकांग्रेस----
54कसौली सुरक्षितविनोद सुल्तानपुरीकांग्रेस-----
55पछड सुरक्षितगंगूराम मुसाफिरकांग्रेस----
56नाहनराजीव बिंदलबीजेपी----
57श्री रेनुकाजी-सुरक्षितहृदय रामबीजेपी-----
58पौंटा साहिबकिरनेश जंगनिर्दलीय----
59शिलाईबल्देव सिंह तोमरबीजेपी----
60चौपालबलबीर सिंह वर्मानिर्दलीय-----
61थ्योगविद्या स्टोक्सकांग्रेस----
62कसुंपतीअनिरुद्धकांग्रेस----
63शिमला---------
64शिमला ग्रामीण---------
65जुब्बल कोटकही--------
66रामपुर सुरक्षितनंदलालकांग्रेस-----
67रोहडू सुरक्षितमोहन लाल बराग्टाकांग्रेस----
68किन्नौर सुरक्षितजगत सिंह नेगीकांग्रेस----

गडकरी विरोधी ब्रिगेड बोली, मोदी को बनाओ पीएम कैंडिडेट

गुजरात में नरेंद्र मोदी की जीत पर बीजेपी में मोदी को पीएम पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग तेज हो गई है। मोदी समर्थक परोक्ष रूप से पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी पर हमलावर होते दिख रहे हैं। बीजेपी नेता राम जेठमलानी ने कहा है कि हिंदुस्तान में अगर कोई पीएम बनने लायक है, तो वो नरेंद्र मोदी हैं। यशवंत सिन्हा ने भी मोदी की तारीफ में खुलकर कसीदे पढ़े हैं।
संप्रदायिकता के सवाल पर जेठमलानी ने कहा कि देश की जनता सावधान है। वो जानती है कि उन्हें कौन गुमराह कर रहा है। बीजेपी को चाहिए कि वो मोदी को प्रोजेक्ट कर साल 2014 का आम चुनाव लड़े। उन्होंने कहा कि वो बीजेपी पर इसके लिए दबाव बनाएंगे। कांग्रेस पार्टी और राहुल पर एक सवाल के जवाब में जेठमलानी ने कहा कि कांग्रेस को खुदकुशी करनी है तो करे। 
वहीं बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने गुजरात में मोदी की जीत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह केवल जीत नहीं है, पार्टी और मोदी का इससे कद बढ़ा है। इसे यूं ही मिली जीत नहीं कहा जा सकता। लगातार 5 बार किसी प्रदेश में जीतना कोई आसान बात नहीं है और मोदी को इसके लिए बधाई। यशवंत ने मोदी की प्रधानमंत्री पद की दावेदारी के सवाल पर कहा कि निश्चित रूप से उनका कद बढ़ा है और अगर वो चाहें तो राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने हिमाचल में पार्टी की हार पर कहा कि हिमाचल की जनता ने इस बार ट्रेंड तोड़ा है।
दूसरी तरफ उड़ीसा के वित्त मंत्री प्रसन्ना आचार्य ने कहा है कि मोदी काबिल मुख्यमंत्री रहे हैं। मुख्यमंत्री के तौर पर जो काम कर चुके हैं, वैसा प्रधानमंत्री बनकर भी कर सकते हैं।

Wednesday, December 19, 2012

सामूहिक बलात्कार मामले में शिंदे से मिले दिल्ली पुलिस आयुक्त सचिन के राज्यसभा नामांकन के खिलाफ PIL खारिज अमेरिकी गन लॉबी ने स्कूल गोलीबारी पर तोड़ी चुप्पी नेल्सन मंडेला के स्वास्थ्य में सुधार, चिकित्सक संतुष्ट संसद से सड़क तक गैंगरेप की गूंज, फांसी की मांग जब लालू यादव ने दिलाया मीरा कुमार को गुस्सा... बच्चे के लिए सामान्य जीवन चाहते हैं राजकुमार विलियम युक्रेन में ठंड से अब तक 37 लोगों की मौत जम्मू के नजदीक बस खाई में गिरी, 10 की मौत पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर भाजपा में मतभेद Image Loading अन्य फोटो सचिन के राज्यसभा नामांकन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज


दिल्ली उच्च न्यायालय ने क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर के राज्यसभा के लिए नामांकन को चुनौती देने वाली एक जनहित याचिका को बुधवार को खारिज कर दिया।
मुख्य न्यायधीश न्यायमूर्ति डी. मुरुगेसन व न्यायमूर्ति राजीव एंडलॉ की खंडपीठ ने दिल्ली के एक पूर्व विधायक रामगोपाल सिंह सिसौदिया द्वारा दायर याचिका खारिज कर दी। याचिका में कहा गया था कि तेंदुलकर के पास 'विशेष ज्ञान व व्यवहारिक अनुभव' नहीं है जबकि संविधान के 80वें अनुच्छेद के मुताबिक इस तरह के नामांकन के लिए ऐसा होना आवश्यक है। वैसे केंद्र सरकार ने न्यायालय को सूचित किया था कि तेंदुलकर का राज्यसभा के लिए नामांकन संवैधानिक प्रावधानों के मुताबिक हुआ है। सरकार द्वारा दाखिल किए गए हलफनामे में कहा गया है कि केवल चार श्रेणियों (साहित्य, विज्ञान, कला व सामाजिक सेवा) में ही 'विशेष ज्ञान व व्यवहारिक अनुभव' का होना आवश्यक नहीं है, इसमें खेल, शिक्षा, कानून, इतिहास, अकादमिक उपलब्धियों, अर्थशास्त्र, पत्रकारिता, संसदीय प्रक्रियाओं, लोक प्रशासन, कृषि, खेल (कुश्ती) या मानव उद्यम के ऐसे ही अन्य क्षेत्रों को भी शामिल किया गया है। सरकार ने 26 अप्रैल को तेंदुलकर को अभिनेत्री रेखा व उद्योगपति अनु आगा के साथ राज्यसभा के लिए नामांकित किया था।

पुलिस के ब्लैंक SMS से जाल में फंसे गैंगरेप के आरोपी

गैंगरेप के आरोपियों को पकड़ने में पुलिस ने आखिरकार कामयाबी हासिल कर ही ली। पुलिस ने इन्हें शिकंजे में लेने के लिए दिन-रात एक कर दिया था। पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने के लिए आधुनिक टेक्नोलॉजी का सहारा लिया। कैसे पुलिस आरोपियों तक पहुंची ये आपको बताते हैं।
सीसीटीवी फुटेज खंगाले
पुलिस ने सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। पुलिस को पहले एनएच 8 पर एक होटल के बाहर सीसीटीवी फुटेज मिली। इस फुटेज में पुलिस को एक बस नजरा आई। इस बस पर आगे काले रंग की पट्टी थी जिसमें स्कूल का नाम लिखा था। उसके बाद पुलिस ने प्राइवेट ट्रांसपोर्टर्स से बात करनी शुरू की। आर के पुरम सेक्टर 3 में रोज करीब 40 बसें खड़ी होती हैं। वहां पर ट्रांसपोर्टर्स से पूछताछ की तो एक ट्रांसपोर्टर ने इस काली पट्टी वाली बस को पहचान लिया।
ड्राइवर की हुई पहचान
इसके बाद इस बस के ड्राइवर राम सिंह की पहचान हो गई। आरोपियों ने लड़के और लड़कियों का मोबाइल फोन लूट लिया था। लड़की का एक और लड़के के दो मोबाइल लूटे थे। पुलिस इन तीनों नंबर्स पर कल सुबह से ही ब्लैंक मैसेज दे रही थी, लेकिन फोन स्विच ऑफ थे। दोपहर में चोरी किए लड़के के एक मोबाइल पर पुलिस का एक ब्लैक मैसेज डिलीवर हुआ। मैसेज डिलीवर होते ही पुलिस को मोबाइल का लोकेशन पता चल गया। ये जगह थी खोड़ा कालोनी। इसके बाद पुलिस वहां पहुंची और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
झुग्गी-झोपड़ी में रहते थे आरोपी
दिल्ली पुलिस ने यहां से 3 आरोपियों राम सिंह, मुकेश और कालू को गिरफ्तार कर लिया। दो नाबालिग आरोपी पुलिस की हिरासत में हैं। फिलहाल पुलिस को एक और आरोपी की तलाश है। सूत्रों के मुताबिक आर के पुरम के पास एक झुग्गी-झोपड़ी कालोनी में ये सभी आरोपी रहते थे। राम सिंह ड्राइवर और उसका भाई मुकेश मुख्य आरोपी है। घटना के वक्त गाड़ी मुकेश चला रहा था। ये बस एक प्राइवेट ऑपरेटर प्रदीप कुमार यादव की है। उसने ये बस कान्ट्रैक्ट पर एक स्कूल को दी थी।
सबसे हैरानी की बात है कि इस बस में पर्दे लगे हुए थे। जिस रास्ते से बस निकली रविवार रात को उस 8 किलोमीटर के रास्ते में बस ने तीन पुलिस बैरकेड को क्रॉस किया। साथ ही दो सीसीटीवी कैमरे इस रास्ते में लगे हैं। इसके बावजूद ये बस बेधड़क सड़कों पर घूमती रही।
 
दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप मामले में आज तीन आरोपियों मुकेश, पवन शर्मा और विनय को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में तीनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। कोर्ट में पवन ने कहा कि वो अपनी शिनाख्त परेड नहीं करवाना चाहता है। क्योंकि उसने उस लड़की के साथ बहुत घृणित काम किया है। वहीं कोर्ट ने तीनों को चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
जबकि विनय शर्मा ने कहा कि वो अपना गुनाह कबूल करता है। उसने लड़के को बुरी तरह से पीटा था, लेकिन लड़की के साथ कुछ भी नहीं किया था। वहीं मुकेश ने कहा कि वो अपनी शिनाख्त परेड के लिए तैयार है। आरोपी विनय शर्मा ने कोर्ट में कहा कि मैं अपना जुर्म कबूल करता हूं। मैंने लड़के के साथ मारपीट की, लड़की के साथ नहीं। उसने शिनाख्त परेड के लिए ‘हां’ कहा। तीसरे आरोपी मुकेश ने भी शिनाख्त परेड के लिए ‘हां’ कहा।
जबकि दिल्ली पुलिस ने एक और भगोड़े आरोपी को बिहार के औरंगाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।

गुलजार का दर्द, मर्दानगी को तुमने तो मजमा बना दिया...

दिल्ली में हुई गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। लोगों का गुस्सा सड़क से लेकर संसद तक दिख रहा है। लड़की अभी भी मौत से जंग लड़ रही है और उसके लिए पूरा देश दुआएं मांग रहा है। हर तरफ दुख और गुस्से की लहर है। ट्विटर पर भी देश के जाने-माने लोग अपना गुस्सा और संवेदना जाहिर कर रहे हैं। सभी दोषियों को सख्त सजा देने और लड़की के लिए दुआएं मांग रहे हैं।
गुलजार:नाखून से तराशे जो खून के धब्बे हैं, खामोश चीखों उनमें कई कैद पड़ी है, एक बार फिर। मर्दानगी को तुमने तो मजमा बना दिया, अब दोजख में भी दो गज जमीन ना मिलेगी, एक बार फिर। 
 अर्चना डालमिया: मानसिक और शारीरिक रूप से हिंसा का शिकार लड़की ने अपनी मां से कहा कि वो जीना चाहती है, उसके लिए दिल रोता है, पूरा देश इस बहादुर बेटी के लिए प्रार्थना करे।
हरीश साल्वे (मशहूर वकील): दिल्ली का बस सिस्टम एक रैकेट की तरह है। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल पीआईएल में इसका खुलासा हुआ था। यहां ड्राइवरों की चेकिंग नहीं होती, क्या अब हम जांच करने के लिए तैयार हैं। संसद में जिन्होंने भी इस घटना पर रोष जताया है क्या 30 फीसदी सुरक्षाकर्मियों को हमारी सुरक्षा में लगाएंगे या इन्हें वीआईपी सुरक्षा में ही लगाए रखा जाएगा।
रॉबिन उथप्पा: मैं दिल्ली गैंगरेप की घटना से बहुत दुखी हूं। प्लीज पीड़ित लड़की के लिए प्रार्थना करें।
संजय मांजेरकर: दिल्ली रेप-आरोपियों के खिलाफ गुस्सा निकालकर ही भावनाएं जाहिर की जा सकती हैं। लड़की के लिए दुआ मांग रहा हूं।
किरन बेदी: गैंगरेप की घटना चार चीजें याद दिलाती हैं, रोकथाम, जांच, अभियोजन, रणनीति। इसका मतलब है क्रिमिनल जस्टिस के दायरे में प्रभावी कार्रवाई।
कुणाल कोहली: बलात्कारियों के लिए फांसी ही एकमात्र सजा है। ये केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए। इंसाफ में देरी नहीं होनी चाहिए।
आकाश चोपड़ा: दोषियों को हर हाल में कठोर दंड मिलना चाहिए। लेकिन क्या इससे इस तरह के खौफनाक अपराध रुक सकेंगे। हमें खुद को बदलना होगा, अपने देश को बदलना होगा।

गृहमंत्री-पुलिस कमिश्नर बैठक खत्म,शिंदे संसद को बताएंगे

दिल्ली में चलती बस में गैंगरेप मामले में आज देश के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को गृहमंत्रालय में तलब किया और जांच की जानकारी ली। बैठक के बाद गृह मंत्री ने कहा कि इस मामले में उन्होंने निर्णय ले लिये हैं, लेकिन संसद चल रहा है इस वजह से वो निर्णय के बारे में आज दोपहर 12 बजे संसद में बताएंगे।
गौरतलब है कि पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार के साथ साउथ दिल्ली की डीसीपी छाया शर्मा भी बैठक में शामिल थी। इससे पहले कार्वाई पर तेजी के लिए सोनिया गांधी ने शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे को पत्र लिखा था। जिसके बाद गृह मंत्रालय हरकत में आ गया है। गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे को लिखे खत में सोनिया की नाराजगी साफ नजर आई। उन्होंने खत में कड़े लफ्जों का इस्तेमाल किया है और इस वारदात के लिए शर्मिंदगी जताई। 
 इससे पहले गृहमंत्री शिंदे फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए जल्द इस मामले को अंजाम तक पहुंचाने का वादा कर चुके हैं। उधर, मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को लिखे अपने खत में सोनिया ने बलात्कार जैसे मामलों से निपटने के लिए सरकार से इच्छाशक्ति दिखाने की जरूरत जताई।

Tuesday, December 18, 2012

प्रमोशन में आरक्षण के मुद्दे ने यूपी की राजनीति में उबाल ला दिया है। यहां आरक्षण समर्थकों और विरोधियों ने आज शक्ति प्रदर्शन की पूरी तैयारी कर ली है। उधर आरक्षण के विरोध में केजरीवाल की आम पार्टी भी कूद पड़ी है तो उत्तराखंड के कर्मचारी बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए पुलिस और प्रशासन को सतर्क कर दिया गया है।
प्रमोशन में आरक्षण बिल को को लेकर यूपी में माहौल गर्म है। यहां आरक्षण विरोधी करीब 18 लाख कर्मचारी तीन दिनों से हड़ताल पर हैं। रविवार को इन कर्मचारियों ने बैठक के बाद और सख्त रुख अख्तियार कर लिया। कर्मचारियों ने धमकी दी है कि सोमवार को आरक्षण विरोधी और बड़ा किया जाएगा, कर्मचारी सड़कों पर भी प्रदर्शन करेंगे, यही नहीं दूसरे राज्यों के कर्मचारियों को भी साथ लिया जा रहा है। आरक्षण विरोधियों का दावा है कि उनके आंदोलन में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी भी साथ है।

सर्वजन हिताय समिति के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे के मुताबिक हम कर्मचारी है और कर्चारियों की लड़ाई लड़ रहे हैं। पदोन्नति में आरक्षण के लिए हम लड़ रहे हैं। संविधान संसोधन रोका जाए इसके लिए हम लड़ रहे हैं। इसपर वोटिंग होने जा रही है। जनता को किसी भी तरीके की कोई तकलीफ नहीं होगी।
उधर उत्तराखण्ड में भी प्रमोशन पर आरक्षण को लेकर बबाल शुरू हो गया है और बिल के विरोध में यहां के कर्मचारियों ने बेमियादी हड़ताल का ऐलान कर दिया है। रविवार को बिल के विरोध में कर्मचारियों ने देहरादून में रैली भी निकाली और केंद्र सरकार के खिलाफ जम कर नारेबाजी की। हड़ताली कर्मचारियों ने दावा किया है कि राज्य के 6 लाख कर्मचारी उनके साथ हैं और इन लोगों ने धमकी दी है कि सोमवार को वो इमरजेंसी सेवाएं भी ठप कर देंगे।
आरक्षण समर्थकों की तैयारी भी पूरी है। आरक्षण विरोधियों के आंदोलन के जवाब में ये गुट भी सोमवार को अपने शक्ति प्रदर्शन की तैयारी में जुट गया है। इनका कहना है कि उन्हें शांतिपूर्वक काम करने से रोका गया, तो इसका जवाब सड़क पर उतर कर देंगे। आरक्षण बचाओ समिति के संयोजक अवधेश वर्मा के मुताबिक सरकार व्यवस्था करे कि अगर हम काम करना चाहते हैं तो हमें काम करने दिया जाए। अगर यह बिल पास नहीं होता है तो हम दिल्ली में जाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

भारत-पाक सीरीज न कराने का सवाल ही नहीं: BCCI

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भारतीय जनता पार्टी की भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज न कराने की मांग को आज ठुकराते हुए कहा कि इस सीरीज को हर हाल में आयोजित किया जाएगा।
बीसीसीआई अधिकारी एवं इंडियन प्रीमियर लीग के चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा कि इस सीरीज को रद्द कराने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। दोनों देशों के बीच इस सीरीज के लिए काफी पहले ही सारी तैयारियां संपन्न कराई जा चुकी हैं। खेल में राजनीति को लाना नहीं चाहिए और इस सीरीज को इसके तय कार्यक्रम के अनुसार कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने सोमवार को संसद में पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक के भारत दौरे के दौरान दिए गए कुछ आपत्तिजनक बयानों का हवाला देते हुए भारत और पाकिस्तान के बीच 25 दिसंबर से शुरू हो रही सीरीज को रद्द कराने की मांग की थी। बीजेपी के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा ने कहा था कि 25 दिसंबर से शुरू होने जा रही भारत-पाक सीरीज को रद्द करा देना चाहिए।
मलिक के बयानों के बावजूद भी दोनों देशों के बीच सीरीज कराने से हम किस तरह का संदेश देना चाहते है। हालांकि शुक्ला के बयान के बाद साफ है कि दोनों देशों के बीच सीरीज को लेकर कोई व्यवधान होने की आशंका नहीं है। भारत और पाकिस्तान के बीच 25 दिसंबर से शुरू हो रही सीरीज में दो ट्वेंटी-20 और तीन वनडे मैच खेले जाने हैं।

सबसे बड़े अपराधी हैं दिल्ली के पुलिस कमिश्नर: जेठमलानी

राज्यसभा में बीजेपी सांसद राम जेठमलानी ने आज कहा है कि दिल्ली के सबसे बड़े अपराधी दिल्ली पुलिस कमिश्नर हैं। उन्होंने उपसभापति को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस कमिश्नर को हटाया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि मेडिकल छात्रा से गैंगरेप मामले में आज राज्यसभा में मामला उठा और देश के गृह मंत्री से इस बाबत बयान देने को कहा। जिस वजह से राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। राज्यसभा में बोलते हुए रामजेठमलानी ने कहा कि दिल्ली में अपराध के हालात तबतक नहीं सुधरेंगे जबतक दिल्ली के कुख्यात अपराधी को सिटी से हटा नहीं दिया जाए। और वो अपराधी दिल्ली के वर्तमान पुलिस कमिश्नर हैं। उनको हटाया जाए।

Monday, December 17, 2012

आरक्षण को लेकर बढ़ा बवाल, बीजेपी का बुरा हाल

लखनऊ। आरक्षण को लेकर मचे बवाल के बीच भारतीय जनता पार्टी का बुरा हाल है। आरक्षण समर्थक तो पहले ही उसके खिलाफ थे, आरक्षण विरोधियों में भी बीजेपी के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। शुक्रवार को आरक्षण विरोधियों के हमले के बाद बीजेपी के प्रदेश कार्यालय की सुरक्षा बढ़ा दी गई। बीजेपी ने अब तक इस मसले पर अपनी स्थिति नहीं साफ की है।
आरक्षण विरोधी मोर्चा प्रमोशन में रिजर्वेशन को लेकर बीजेपी की भूमिका से नाराज है। अपने आंदोलन के दौरान इस मोर्चे के लोगों ने दो बार बीजेपी दफ्तर में घुसने की कोशिश की। इस दौरान बाहर लगे नेताओं के पोस्टर भी फाड़ दिए गए। गुस्साए बीजेपी समर्थक बाहर आए तो उनकी आरक्षण विरोधियों से भिड़ंत होते-होते बची। अब आरक्षण विरोधी खुलकर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं।
सर्वजन हिताय समिति अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे कहते हैं कि लोगों का गुस्सा सबसे ज्यादा कांग्रेस और बीजेपी पर है। बीजेपी के प्रति इसलिये गु्स्सा है क्योंकि बीजेपी के बिना पदोन्नति के कांग्रेस ये बिल पास नहीं करा सकती है। बीएसपी प्रमोशन में कोटे को लेकर आक्रामक है। कांग्रेस ने भी इस बिल पर बहस कराकर आरक्षण समर्थकों का मुंह बंद करा दिया है।
समाजवादी पार्टी इस बिल के खिलाफ खुले तौर पर सामने आ चुकी है और उसने साफ कर दिया है कि अब वो अगड़ों और पिछड़ों दोनों की राजनीति करेगी। लेकिन बीजेपी अभी भी भ्रम की हालत में है। पार्टी का एक धड़ा जहां चाहता है कि प्रमोशन में कोटे का विरोध हो, वहीं दूसरा धड़ा प्रमोशन में कोटे का समर्थक है। बीजेपी का असमंजस देख कांग्रेस ने अपने पत्ते चलने शुरू कर दिए हैं। एससी-एसटी आयोग के चेयरमैन पीएल पूनिया कहते हैं कि जो लोग काम करना चाहते हैं उन्हें सुरक्षा दिलाने के लिए राज्य सरकार से बात करेंगे।
आरक्षण विरोधियों और समर्थकों की ये लड़ाई सियासी दलों की किस्मत भी तय करेगी। आरक्षण विरोधी ये साफ कर चुके हैं कि जो इस बिल का समर्थन करेगा उसे वो चुनावों में सबक सिखाएंगे, तो वहीं आरक्षण समर्थक खामोशी से अपने मददगारों की पहचान करने में जुटे हैं। जाहिर है 2014 के चुनावों में अगर परंपरागत समीकरण बदलें और मुद्दे का बड़ा असर चुनावों में देखने को मिले तो ये हैरानी की बात नहीं होगी।


गुजरात के लिए हिमाचल की काउंटिंग रोकना गलतः आडवाणी

हिमाचल प्रदेश में वोटिंग को तकरीबन डेढ़ महीना बीत चुका है लेकिन चुनाव परिणाम अब तक ईवीएम मशीन में ही कैद हैं। चुनाव आयोग के गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की मतगणना एक ही दिन कराने के फैसले के चलते ऐसा हुआ है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने आयोग के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं।
गुजरात विधानसभा चुनाव में वोट डालने पहुंचे आडवाणी ने कहा कि चुनाव आयोग को इस बात का ध्यान रखना चाहिए था और जब दो राज्यों में चुनाव थे तो गुजरात और हिमाचल के वोटों की गिनती करने में इतना अंतराल नहीं होना चाहिए था।
आडवाणी ने कहा कि गुजरात में तो मतदान करने के बाद हमें दो दिन के भीतर परिणाम पता चल जाएंगे लेकिन मैं हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं के बारे में सोचता हूं जिन्हें लगभग डेढ़ महीने का इंतजार करना पड़ा। मैं ये नहीं मानता हूं कि हिमाचल के चुनाव परिणाम का यहां कुछ असर पड़ता। चुनाव आयोग को दोनों राज्यों में चुनाव कार्यक्रम बनाते समय इस बारे में
विचार करना चाहिए था।


मलिक के बेतुके बोल, नहीं बिगाड़ेंगे भारत-पाक का खेल

भारत के दौरे पर आए पाकिस्तान के गृहमंत्री रहमान मलिक के बेतुके बोल दोनों देशों के बीच जल्द शुरू होने वाली क्रिकेट सीरीज पर कोई असर नहीं डालेंगे। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने साफ कर दिया है कि मलिक ने जो कुछ कहा, वो उनका निजी बयान हो सकता है लेकिन भारत-पाक क्रिकेट सीरीज से उसका कोई लेना-देना नहीं है।
गौरतलब है कि जब से रहमान मलिक भारत आए हैं कुछ न कुछ ऐसा बोल रहे हैं जिससे न सिर्फ राजनीतिक जमात बल्कि आम भारतीय भी खुद को आहत महसूस कर रहा है। मलिक के इन बेतुके बयानों से आज संसद में काफी बवाल मचा। बीजेपी ने इसका विरोध करते हुए सरकार पर तो हमला बोला ही, भारत-पाक सीरीज भी रद्द करने की मांग की है। 
बीजेपी ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच जो क्रिकेट सीरीज होनी है उसे रद्द कर दिया जाना चाहिए। साथ ही बीजेपी ने ये भी कहा कि पाकिस्तान से तब तक कोई बातचीत नहीं होनी चाहिए जब तक कि वो मुंबई हमले के दोषियों और हाफिज सईद को भारत को नहीं सौंपता।
बीजेपी की इस मांग को सरकार ने खारिज करते हुए क्रिकेट को राजनीति से दूर रखने की सलाह दी। वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भी आईबीएन7 से कहा कि रहमान मलिक का बयान निजी बयान है और इससे क्रिकेट सीरीज पर कोई असर नहीं पड़ेगा। पीसीबी का मानना है कि स्पोर्ट्स को पॉलिटिक्स से अलग रखना चाहिए। वैसे भी दोनों क्रिकेट बोर्ड इस सीरीज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
आइए नजर डालते हैं रहमान मलिक के उन बयानों पर जिन पर भारी विवाद हुआ।
सौरभ कालिया पर विवादास्पद बयान
दिल्ली पहुंचते ही रहमान मलिक ने बयान दिया कि उन्हें करगिल में शहीद हुए कैप्टन सौरभ कालिया की मौत कैसे हुई, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि कालिया की मौत खराब मौसम की वजह से हुई हो। इस बयान पर मचे हंगामे के बाद उन्होंने सफाई दे दी।
बाबरी विध्वंस से मुंबई हमले की तुलना
इसके बाद रहमान मलिक ने मुंबई हमले की तुलना बाबरी ढांचा गिराने से कर दी। उन्होंने बयान दे दिया कि मुंबई हमले, समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट और बाबरी विध्वंस जैसी घटनाएं विश्वास बहाली बाधक बनती हैं। इस बयान पर भी हंगामा हुआ और उन्हें सफाई देने के लिए मजबूर होना पड़ा।
हाफिज सईद से पल्ला झाड़ा
हाफिज सईद पर पाक गृहमंत्री ने ये बयान दे दिया कि सईद के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं है, इसीलिए उसे सजा नही दी जा सकती। उन्होंने भारत से और सबूत मुहैया कराने की मांग कर दी।
अबु जिंदाल को बताया भारतीय एजेंट
मुंबई हमले के साजिशकर्ता अबु जिंदाल पर भी मलिक ने विवादों भरा बयान दिया। मलिक ने ये कह दिया कि जिंदाल भारतीय इंटेलीजेंस से जुड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि जिंदाल के बारे में उनके पास सबूत भी हैं जो उन्होंने खुद देखे हैं।