Friday, November 16, 2012

सविता की मौत पर आयरलैंड में भारी विरोध प्रदर्शन जारी

भारत सरकार आज आयरलैंड से सविता हल्लपनवार के मसले पर बात करेगी। भारतीय दूतावास आयरलैंड से बात कर मामले की पूरी जानकारी लेगा। भारत इस मामले की आयरिश अधिकारियों की तरफ से दो जांचों के परिणामों का इंतज़ार किया जा रहा है। सविता हल्लपनवार की मौत की जांच के लिए स्वतंत्र विशेषज्ञ नियुक्त किया गया है। इससे पहले यूनिवर्सिटी अस्पताल गालवे में भी मामले की आंतरिक जांच शुरू हो गई थी।
गौरतलब है कि सविता हल्लपनवार की मौत के बाद आयरलैंड के गर्भपात कानून के खिलाफ विरोध शुरू हो गया है। आयरलैंड की राजधानी डबलिन में संसद के बाहर गुरुवार की शाम को लगभग 2000 लोग जमा हुए जो देश के गर्भपात कानून में बदलाव की मांग कर रहे थे। वहीं लंदन में आयरिश दूतावास के बाहर भी लगभग 40 लोगों का एक गुट जमा हुआ।
भारत सरकार ने भी आयरिश सरकार से जानकारी मांगी है। आरोप है कि डॉक्टरों ने 'कैथोलिक देश' होने का हवाला देकर सविता के गर्भपात से इंकार कर दिया था, जबकि उनकी जान बचाने के लिए गर्भपात बेहद जरूरी था।
सविता की मौत पर इंटरनेट से लेकर अंतराष्ट्रीय मीडिया तक में गुस्से की लहर है। लोग भौंचक्के हैं। 31 साल की सविता को 17 हफ्तों का गर्भ था। बीती 28 अक्टूबर को गालवे स्थित विश्वविद्यालय अस्पताल में सेप्टीसीमिया यानी घाव सड़ने के कारण सविता की मौत हो गई थी। 'द आइरिश टाइम्स’ की खबर में बुधवार को कहा गया कि आयरलैंड के अधिकारियों ने सविता की मौत की जांच शुरू कर दी है। आयरलैंड के प्रधानमंत्री एंडा केनी ने भी कहा है कि वो इस मामले में जांच के नतीजे का इंतजार कर रहे हैं।
सविता की मौत पर गुस्सा और विरोध जताने के लिए बेलफस्ट, गालवे, डबलिन समेत आयरलैंड के अलग-अलग हिस्सों में कैंडल लाइट मार्च और प्रदर्शनों का आयोजन किया जा रहा है।


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