एक के बाद एक खुलासा कर भारतीय
राजनीति में भूचाल ला देने वाले आईएसी के कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने
शुक्रवार को दावा किया कि उन्हें स्विस बैंक में पैसा जमा करने वाले कुछ
भारतीयों के नाम पता चले हैं। केजरीवाल ने दावा किया कि इन जाने-माने
भारतीयों के हजारों करोड़ रुपये स्विस बैंक में जमा हैं।
केजरीवाल
ने कहा कि अब खुद कांग्रेस और बीजेपी के नेता उन्हें अपना नाम छुपाने की
शर्त पर अहम जानकारियां दे रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि 25 लाख करोड़
रुपये स्विस बैंकों में जमा हैं। जुलाई 2011 में फ्रांस की सरकार से देश की
सरकार को एक सीडी मिली, जिसमें स्विट्जरलैंड के एचएसबीसी की जेनेवा ब्रांच
के खाताधारक सात सौ भारतीयों की लिस्ट सरकार को मिली।
केजरीवाल ने दावा किया कि इस जानकारी के मुताबिक दिसंबर 2006 में रिलायंस
का 500 करोड़, मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी के सौ-सौ करोड़, उन्नाव से
कांग्रेस सांसद और राहुल गांधी की कोर टीम की सदस्य अनु टंडन के 125 करोड़
रुपये जमा हैं। इसके अलावा कोकिला धीरूबाई अंबानी का दिसंबर 2006 में कोई
बैलेंस नहीं था। नरेश कुमार गोयल के 80 करोड़ रुपये, डाबर के आनंद, प्रदीप,
रत्न चंदन बर्मन के 25 करोड़ रुपये जमा थे। यशोवर्धन बिड़ला का उस वक्त
कोई बैलेंस नहीं था। रिलायंस ग्रुप की कंपनी मोटेक सॉफ्टवेयर प्राइवेट
लिमिटेड के 2100 करोड़ रुपये और संदीप टंडन के 125 करोड़ रुपये जमा हैं।
केजरीवाल ने दावा किया कि सरकार को 700
लोगों की लिस्ट मिली। इन लोगों के छह हजार करोड़ रुपये बैंक में जमा थे
लेकिन सरकार ने गिनती के 100 लोगों के घर छापे मारे। बड़े उद्योगपतियों के
घर कोई रेड नहीं हुई। केजरीवाल ने सवाल किया कि सरकार ने बाकी 600 लोगों को
किस आधार पर छोड़ दिया? प्रणब मुखर्जी उस वक्त वित्त मंत्री थे, उन्हें
जवाब देना पड़ेगा कि किस आधार पर उन्होंने केवल 100 लोगों पर कार्रवाई की?
केजरीवाल
ने कहा कि भारत के एसबीआई में खाता खुलवाना मुश्किल है लेकिन अगर स्विस
बैंक में खाता खुलवाना हो तो सिर्फ एक फोन करो शाम तक उनका एजेंट घर आकर
खाता खुलवा देगा। ये पैसा बैंक में हवाला के जरिये जाता और वहां से आता है।
यानी एचएसबीसी खुद हवाला करोबार में सक्रिय है।
केजरीवाल
ने कहा कि एचएसबीसी बैंक देश में हवाला कारोबार, आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा
है। एचएसबीसी अफसरों की गिरफ्तार किया जाए। उनका देश में ऑपरेशन सस्पेंड
किया जाए। उनपर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए। अंबानी, बिड़ला, गोयल, बर्मन
के घर रेड की जाए। एचएसबीसी के कर्मचारियों से केजरीवाल ने अपील की कि अगर
बैंक अपने खाताधारकों के नाम सार्वजनिक नहीं करता तो उसके भारतीय कर्मचारी
देशहित में नौकरी छोड़ें।
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