शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के निधन
के बाद मुंबई में आयोजित बंद के औचित्य को लेकर सोशल नेटवर्किंग साइट
फेसबुक पर सवाल उठाने वाली दो लड़कियों की गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार
को महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग के समक्ष एक शिकायत दर्ज कराई गई है।
मुंबई
की एक वकील आभा सिंह ने महिला आयोग के समक्ष दर्ज कराई गई अपनी शिकायत में
कहा है कि बंद के औचित्य पर सवाल उठाने वाली लड़कियों को गिरफ्तार करना
उनके मानवाधिकार का खुला उल्लंघन है। उन्होंने महिला आयोग से अपनी टीम
संबंधित पुलिस थाने में भेजकर पूरे मामले की जांच करने का भी अनुरोध किया
है।
सिंह ने कहा है कि दोनों युवतियों को जिस
तरीके से पुलिस ने जल्दबाजी दिखाते हुए गिरफ्तार किया है वह न केवल
मानवाधिकारों का उल्लंघन है बल्कि यह गिरफ्तारी के संबंध में उच्चतम
न्यायालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का भी सीधा उल्लंघन है। उन्होंने
संदेह जताया है कि पुलिस की यह कार्रवाई स्थानीय नेताओं के दबाव में की गई।
गौरतलब
है कि मुंबई पुलिस ने शाहीन और रेणु को फेसबुक पर टिप्पणी लिखने के आरोप
में गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन इस मामले के तूल पकड़ने के बाद उन्हें रिहा
कर दिया गया। इन लड़कियों ने शिवसेना के दिवंगत प्रमुख के अंतिम संस्कार
के समय समूची मुंबई को बंद रखने को गलत बताया था।
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