नयी दिल्ली (ब्यूरो)। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने स्वामी विवेकानांद पर दिये गये विवादास्पद बयान पर खेद प्रकट किया है। गडकरी ने कहा कि अगर उनके शब्दों से किसी की भावनाओं को चोट पहुंची है तो वो इसके लिये खेद प्रकट करते हैं और माफी मांगते हैं। मालूम हो कि इससे पहले नितिन गडकरी का कहना था कि मीडिया ने उनके बयान को गलत ढंग से पेश किया है। मगर चौतरफा घेराव और इस्तीफे की मांग के बाद नितिन गडकरी ने अपने बयान पर खेद प्रकट किया है।
नितिन गडकरी ने आज अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि स्वामी विवेकानंद हमेशा से बीजेपी में हम सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत रहे हैं। मेरे लिए स्वामी विवेकानंद किसी भी दूसरे से बढ़कर हैं। मैंने स्वामी विवेकानंद की बुद्धिमत्ता से हुए मानवता के कल्याण का उदाहरण दिया था। मुझे इस बात का बहुत दुख है कि मेरी बात को भ्रम फैलाने के लिए गलत ढंग से पेश किया गया। गडकरी ने कहा कि मैं माफी मांगना चाहता हूं अगर मेरे बयान से किसी को भी चोट पहुंची हो। मालूम हो कि भोपाल में एक समारोह के दौरान गड़करी ने कहा था कि स्वामी विवेकानंद और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का आईक्यू लेवन समान था।
अपने बयान पर खेद जाहिर करते हुए गडकरी ने कहा कि मैं विवेकानंद की तुलना किसी से नहीं कर सकता। गडकरी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद का किसी भी गलत संदर्भ में उद्धवरण की मेरी कभी मंशा नहीं रही। यदि स्वामी जी के बारे में मेरे शब्दों से जनता की भावनाएं आहत हुई हैं तो मैं उसके लिए खेद व्यक्त करता हूं। उल्लेखनीय है कि गडकरी के इस बयान के बाद से भाजपा नेता महेश जेठमलानी ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया और उसके बाद शिर्ष के नेताओं ने भी पार्टी छोड़ने का इशारा किया है और गडकरी से तत्काल इस्तीफे की मांग की है। मशहूर वकील और भाजपा से राज्य सभा सांसद राम जेठमलानी ने कहा कि देश और पार्टी के हित में गडकरी को तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिए
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