गुजरात विधानसभा चुनाव में महज एक महीने का
वक्त रह गया है। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दी
हैं। लेकिन ब्रांड इमेज को लेकर हमेशा से सावधान रहे मोदी को इस बार उनके
ही मुखौटे ने डरा दिया है। हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में उनका मुखौटा
लोगों के बीच काफी मशहूर हुआ था।
मालूम
हो कि साल 2007 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मोदी के मुखौटे बीजेपी की
प्रचार रणनीति का अहम हिस्सा थे। मोदी के मुखौटे को लोगों ने हाथों हाथ
लिया था। पांच साल बाद मोदी के मुखौटे बदल गए हैं। जो खासतौर पर चुनाव के
लिए तैयार करवाए गए हैं लेकिन लोगों का कहना है कि इस बार के मुखौटे डरावने
हैं। नए मुखौटों की हकीकत सामने आते ही उन्हें बांटने पर पाबंदी लगा दी गई
है।
गौरतलब है कि 2007 में जो मुखौटे बनाए गए थे वो मोदी के चेहरे से हूबहू
मिलते-जुलते थे। उन्हीं के जैसे सफेद बाल, सफेद दाढ़ी और यहां तक कि चश्मा
भी ठीक मोदी जैसा ही थी। ये मुखौटे सिंगापुर की कंपनी से बनवाए गए थे।
लेकिन इस साल के मुखौटे काफी अलग हैं। ना तो उनकी शक्ल मोदी से मिलती है और
ना ही चश्मा है। इन मुखौटों में नरेंद्र मोदी की उम्र भी ज्यादा लग रही
है। इस बार इन मुखौटों को भारत में ही बनवाया गया है
मुखौटों के डरावने होने की बात सामने आते ही बीजेपी नेताओं ने चुप्पी साध
ली है। कोई ये बताने को तैयार नहीं कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है। नरेंद्र
मोदी के लिए राहत की बात ये है कि नए मुखौटे बड़े पैमाने पर बांटे नहीं गए
हैं।
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