अमेरिकी राष्ट्रपति के रेस में बराक
ओबामा ने एक बार फिर बाजी मार लिया है। ओबामा ने मिट रॉमनी को व्हाइट हाउस
की रेस में हरा दिया है। सीएनएन के मुताबिक ओबामा को 303 वोट और मिट रॉमनी
को 206 वोट मिले हैं। अमेरिका में ओबामा की जीत पर जश्म का माहौल है।
गौरतलब है कि जैसे ही ओहायो के नतीजे ओबामा के पक्ष में आए वैसे ही उनके
जीत की घोषणा कर दी गई है।
जीत
के बाद ओबाम ने ट्वीट किया है कि और चार साल के लिए उनको राष्ट्रपति की
कुर्सी मिल गई है। ये हम सभी की जीत है। इससे पहले जब वोटों की गिनती शुरु
हुई थी तब रॉमनी आगे थे। बेहद शुरुआती रुझानों में 3 के मुकाबले 33
इलेक्टोरल वोट से रॉमनी आगे थे। लेकिन कुछ ही देर के बाद पासा पलटा और
ओबामा आगे हो गए।
सीएनएन के अनुमान के मुताबिक मैसचुसैट्स, कोलंबिया, इलियंस, मैरी लैंड
ओबामा के खाते में जाते दिख रहे हैं तो रोड आइलैंड पर भी ओबामा के ही जीत
के आसार हैं। सीएनएन ने साफ कर दिया है कि अमेरिका का आगला राष्ट्रपति भी
बराक ओबामा ही होंगे। रपब्लिकन मिट रॉमनी पीछे रह गए हैं।
बराक
ओबामा अमेरिका के लगातार तीसरे ऐसे राष्ट्रपति हैं, जिन्होंने अपने
पूर्ववर्तियों जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन के बाद राष्ट्रपति पद पर
दोबारा कब्जा बनाए रखा है। ओबामा 2008 में अमेरिका का राष्ट्रपति बनने वाले
अफ्रीकी मूल के पहले व्यक्ति थे, और अब उन्होंने मिट रोमनी को पराजित कर
व्हाइट हाउस पर दोबारा कब्जा कर लिया है।
उनके
पूर्ववर्ती जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने 2001 से 2008 तक राष्ट्रपति के रूप में
अपनी सेवाएं दी थी। बिल क्लिंटन के नाम से मशहूर विलियम जे. क्लिंटन 1993
में राष्ट्रपति निर्वाचित हुए थे और वह 2001 तक इस पद पर बने रहे।
इनसे
पहले जॉर्ज एच.डब्ल्यू. बुश 1989-93 के दौरान एक कार्यकाल तक ही
राष्ट्रपति रहे। उनके पूववर्ती रोनाल्ड रीगन 1981 में राष्ट्रपति का चुनाव
जीते और उसके बाद उन्होंने 1989 तक अपना दूसरा कार्यकाल भी पूरा किया था।
इनसे
पहले के तीनों राष्ट्रपति जेम्स कार्टर 1977-81,गेराल्ड आर. फोर्ड 1974-77
और रिचर्ड एम. निक्सन 1969-74 -एक कार्यकाल तक ही राष्ट्रपति रह पाए थे।
नियम यह है कि कोई भी अमेरिकी राष्ट्रपति दो कार्यकाल से अधिक समय तक पद पर
नहीं रह पाता।
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