नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन
सिंह, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और भारतीय
जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने श्वेत क्रांति के
जनक वर्गीज कुरियन के निधन पर गहरा शोक जताया। भारत में श्वेत क्रांति के
जनक वर्गीज कुरियन का लम्बी बीमारी के बाद नाडियाड के एक अस्पताल में
शनिवार देर रात निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे।
कुरियन
की विधवा मॉली कुरियन को भेजे सांत्वना संदेश में मनमोहन सिह ने कहा,
"डॉक्टर कुरियन असाधारण एवं प्रगतिशील प्रबंधक तथा अद्वितीय इंसान थे।
किसानों के कल्याण एवं कृषि उत्पादन तथा देश के विकास में उनका अथाह योगदान
है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "अपने लम्बे व लब्ध प्रतिष्ठित करियर में डॉक्टर
कुरियन ने आणंद को सहकारी डेयरी विकास में मॉडल के तौर पर स्थापित किया,
श्वेत क्रांति को सफल बनाया और भारत को दुनिया में सर्वाधिक दुग्ध उत्पादन
वाला देश बनाया।" मनमोहन सिंह ने कहा, "उनका सबसे बड़ा योगदान किसानों को
सर्वश्रेष्ठ स्थिति प्रदान करना तथा मध्य वर्ग की तुलना में उनके हितों को
अधिक तरजीह देना था।"
सोनिया
गांधी ने कुरियन को ऐसा विशिष्ट दूरदर्शी बताया जिन्होंने डेयरी क्षेत्र
में अपने योगदानों से हजारों किसानों को सशक्त बनाया और दूग्ध सहकारिता का
ऐसा मॉडल विकसित किया जिसने लाखों को प्रेरित किया। कांग्रेस अध्यक्ष ने
कहा, "उनके द्वारा चलाया गया ऑपरेशन फ्लड आधुनिक भारत के इतिहास में मील का
पत्थर है। विश्व भर में उनके चाहने वाले हैं।"
उन्होंने
कहा, "हम हमेशा उनका सम्मान करते रहेंगे और उनकी जिंदगी से प्रेरणा लेते
रहेंगे।" उपराष्ट्रपति ने अपने शोक संदेश में कहा, "वह देश में श्वेत
क्रांति के अगुवा थे। उन्हीं की वजह से देश दुग्ध उत्पादन में विश्व का
नम्बर एक देश बना। अमूल की सफलता की पीछे उन्हीं का योगदान रहा।"
आडवाणी
ने कहा, "कुरियन के प्रयासों की बदौलत ही देश दुग्ध उत्पादन का विश्वभर
में अगुवा बना। इसके अलावा उन्होंने कृषि और ग्रामीण विकास के क्षेत्र में
अतुलनीय योगदान दिया।"उन्होंने कहा कि कुरियन के निधन से जो क्षति हुई है
उसे भरना मुश्किल होगा। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और वरिष्ठ नेता राजनाथ
सिंह ने भी उनके निधन पर शोक जताया।
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