बीजिंग। चीन के उपराष्ट्रपति शि
जिनपिंग हाल के दिनों में कई अहम बैठकों से नदारद रहे और उनकी कई
महत्वपूर्ण मुलाकातें रद्द कर दी गईं। ऐसी घटनाओं के बाद जिनपिंग को लेकर
तरह-तरह की अफवाहें फैल रही हैं। इन अफवाहों में कहा जा रहा है कि कहीं वह
बीमार तो नहीं हैं या फिर सत्ता संघर्ष के शिकार हो गए हैं। जिनपिंग का देश
का अगला राष्ट्रपति बनना लगभग तय है। वह राष्ट्रपति हु जिताओ का स्थान
लेंगे।
एक
हफ्ते के दौरान शि की अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और सिंगापुर के
प्रधानमंत्री ली सेन लूंग सहित कई विदेशी नेताओं के साथ प्रस्तावित कई
मुलाकातें रद्द करनी पड़ीं। सोमवार को डेनमार्क की प्रधानमंत्री हेले
थार्निग-स्मिड्ट के साथ प्रस्तावित मुलाकात रद्द हुई। यद्यपि चीनी विदेश
मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं की मुलाकात प्रस्तावित ही नहीं थी।
शि के लापता होने पर तरह-तरह की आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं। इंडियाना
विश्वविद्यालय के चीनी मामलों के विशेषज्ञ स्कॉट केनेडी ने कहा कि यह प्रथा
लम्बे समय से चली आ रही है कि प्रमुख नेताओं की बीमारी या अन्य समस्याओं
के विषय में जानकारी सार्वजनिक न की जाए।
बीबीसी
के अनुसार शि के गायब होने पर आशंका जाहिर की जा रही है कि कहीं वह पार्टी
की अंदरुनी राजनीति के शिकार तो नहीं हो गए। अभी तक चीनी उप राष्ट्रपति की
गुमशुदगी पर कोई चीनी कम्युनिस्ट पार्टी या सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक
बयान नहीं आया है।
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