नई दिल्ली। मंगल वो ग्रह जिसे लेकर इतने मिथक हैं
जितने आज तक सौरमंडल के किसी और ग्रह को लेकर कभी नहीं बने। सिर्फ भारत में
कई जोड़ों की मुहब्बत इसलिए चौपट हो जाती है कि क्योंकि ज्योतिषि किसी एक
की कुंडली में मांगलिक दोष बताकर जान जाने तक की घोषणा कर डालते हैं लेकिन
आज के दौर में ये सब बातें बौनी पड़ती जा रही हैं हालांकि इसके अलावा भी
मंगल को लेकर कई और बड़ी धारणाएं हैं।
मंगल ग्रह
वो ग्रह जिसके बारे में हिंदुस्तान से लेकर सात समंदर पार तक कई धारणाएं
हैं। लेकिन सबसे पहले इस पर ग्रीस में एक धारणा बनी। ग्रीक मिथक कहानियों
में मार्स यानी मंगल का रंग लाल यानी खून के जैसा होने की वजह से इसे युद्ध
का देवता कहा गया। मंगल सूर्य का चौथा और आकार के हिसाब से सातवें नंबर का
ग्रह है। यहां तक की मार्च महीने का नाम भी इसी ग्रह के नाम पड़ा है।
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