Friday, June 2, 2017

वो सितारे जिन्होंने फेल होकर पाया दुनिया का सबसे ऊंचा मुकाम

 सितारे जिन्होंने फेल होकर पाया दुनिया का सबसे ऊंचा मुकाम

वो सितारे जिन्होंने फेल होकर पाया दुनिया का सबसे ऊंचा मुकाम
कम नंबरों के चलते निराश होने वाले छात्रों को दुनिया में देखना चाहिए कि हर क्षेत्र में ऐसे कितने ही सितारे हैं, जो कभी न कभी फेल हुए. लेकिन आज आस्मां के फलक पर चमक रहे हैं. पढ़िए ऐसी शख्सियतों के बारे में, जो फेल होकर भी अपने-अपने क्षेत्र के बादशाह हैं.
पूरे देश में अलग-अलग बोर्ड के 10वीं और 12वीं के रिज़ल्ट जारी हो रहे हैं. कई स्टूडेंट्स के चेहरे अच्छे नंबरों की बदौलत खुशी से खिलखिला रहे हैं, तो कई अपनी नाकामयाबी से निराश हैं. 2012 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर घंटे एक छात्र आत्महत्या करता है.

सालभर में भारत में 8640 से ज्यादा छात्र अपनी जान गंवाते हैं. कम नंबरों के चलते निराश होने वाले छात्रों को देखना चाहिए कि दुनिया में हर क्षेत्र में ऐसे कितने ही सितारे हैं, जो कभी न कभी फेल हुए. लेकिन आज आस्मां के फलक पर चमक रहे हैं. पढ़िए ऐसी ही दुनिया की उन महान शख्सियतों के बारे में, जो फेल होकर भी अपने-अपने क्षेत्र के बादशाह हैं.



1. अल्बर्ट आइंस्टाइन

महान वैज्ञानिक आइंस्टाइन को आज दुनिया में बुद्धिमानी के मानक के तौर पर देखा जाता है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि 4 साल की उम्र तक वो बोल नहीं और 7 साल की उम्र तक पढ़ नहीं सकते थे. उनके माता-पिता और टीचर्स सोचते थे कि वो गैर सामाजिक और देर से समझने वाले हैं. इसके चलते उन्हें ज़्यूरिच पॉलिटेक्निक स्कूल में एडमिशन देने से इंकार कर दिया गया था. लेकिन अपनी प्रतिभा और बुद्धिमता के बूते वो मॉर्डन फिज़िक्स का सबसे बड़ा चेहरे बनकर उभरे. उन्हें नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया.



2. वॉल्ट डिज़्नी
महान अमेरिकी उद्योगपति, एनिमेटर, वॉयस एक्टर और फिल्म निर्माता वॉल्ट डिज़्नी चाहें कितने सफल हों लेकिन उन्हें भी जिंदगी में असफलता का सामना करना पड़ा था. जब वो एक न्यूज़पेपर के एडिटर थे तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था. उन पर आरोप लगाया गया कि उनके पास कोई नए आइडिया और इमेजिनेशन नहीं है. इसके बाद उन्होंने अपना व्यापार शुरू किया लेकिन वो दिवालिया हो गए. उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और वो कर दिखाया जो किसी के लिए सपने से कम नहीं है.



3. थॉमस एडिसन
दुनिया को रोशनी से जगमगाने वाले एडिसन को स्कूल से इसलिए निकाल दिया गया था क्योंकि वो कुछ भी नहीं समझ पाते थे. इसके बाद उन्हें दो नौकरियों से भी निकाला गया. बल्ब बनाने के लिए उन्होंने हज़ारों बार प्रयास किए. लेकिन जब वो सफ़ल हुए तो उन्होंने कहा कि वो असफल नहीं हुए थे बल्कि उन्होंने 10 हज़ार उन तरीकों को खोजा जिससे बल्ब नहीं बनाया जा सकता है.



4. विंस्टन चर्चिल
नोबेल पुरस्कार विजेता विंस्टन चर्चिल दो बार यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री रहे थे. एक बार स्कूल में वो 6वीं क्लास में फेल हुए थे. 62 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बनने से पहले वो कभी कोई चुनाव नहीं जीत सके थे. इतनी असफलता के बाद भी वो निराश नहीं हुए बल्कि इतिहास के पन्नों में अपना नाम दर्ज कराया.



5. स्टीवन स्पीलबर्ग
अमेरिकी डायरेक्टर, निर्माता और स्क्रीन राइटर स्टीवन स्पीलबर्ग किसी परिचय के मोहताज़ नहीं है. उन्होंने ज़ुरासिक पार्क, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और वॉर ऑफ़ द वर्ल्ड्स जैसी महान फ़िल्मों का निर्देशन उन्होंने किया है. इस मुकाम पर पहुंचने से पहले वो तीन बार सदर्न कैलिफोर्निया स्कूल ऑफ थिएटर, फ़िल्म और टेलीविज़न से रिजेक्ट हुए थे. इसके बाद उन्होंने किसी छोटे कॉलेज में एडमिशन ले लिया. उसे भी बीच में छोड़कर वो अपने प्रोजेक्ट में जुट गए थे. 35 साल बाद वो वापस अपने स्कूल पहुंचे और साल 2002 में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की.

No comments:

Post a Comment