कांग्रेस के लोकसभा सांसद मनीष तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को दिया जाए। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में तिवारी ने कहा है, 'भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद के प्रति अपने अविश्वसनीय प्रतिरोध से देशभक्तों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है।'
25 अक्टूबर को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है, 'मैं इस तथ्य की ओर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव ने ब्रिटिश साम्राज्यवाद के प्रति अपने अविश्वसनीय प्रतिरोध और बाद में 23 मार्च, 1931 को अपने सर्वोच्च बलिदान से देशभक्तों की एक पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया है।' इस पत्र में लिखा है, यदि 26 जनवरी, 2020 को इन तीनों को "भारत रत्न" से सम्मानित किया जाता है। तो इन्हें औपचारिक रूप से "शहीद-ए-आजम" से सम्मानित माना जाएगा। उन्होंने मोहाली में स्थित चंडीगढ़ हवाई अड्डे का नाम भी शहीद-ए-आजम भगत सिंह हवाई अड्डा करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि ये चीजें 124 करोड़ भारतीयों के दिल और आत्मा को छू लेंगी। इससे पहले एमआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को भारत रत्न दिए जाने की मांग कर चुके हैं।
तिवारी ने ये मांग ऐसे समय में की है, जब बीजेपी में विनायक दामोदर सावरकर को भरत रत्न दिए जाने की बात चल रही है। वहीं महाराष्ट्र बीजेपी ने भी अपने घोषणा पत्र में दावा किया था कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है तो वे केंद्र सरकार से वीर सावरकर को भारत रत्न देने की अपील करेंगे। इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी सावरकर को कुशल व्यक्ति कहा था। उन्होंने सावरकर के लिए कहा था कि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भूमिका निभाई थी और देश के लिए जेल भी गए थे।
No comments:
Post a Comment