Saturday, November 2, 2019
मुरादाबाद में मिला नरभक्षी बाबा, चिता से निकालकर खाता है व्यक्तियों का मांस
यह सुनकर आप बेहद हैरान हो जाएंगे कि कोई व्यक्ति जले हुए इंसानों का मांस खा सकता है। लेकिन मुरादाबाद से एक ऐसा ही मामला सामने आया है। जहां श्मशान घाट पर रहने वाला एक बाबा सैकड़ो अधजले व्यक्तियों को चिता से निकालकर उनका मांस खाता था। हालांकि इस बात का खुलासा तब हुआ जब बाबा और उसके चेले का कत्ल हो गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मृत इंसानोे का मांस खाने का था आदी दीपावली की रात बाबा और चेले का कत्ल होने के बाद ये बात सामने आ गयी थी कि श्मशान में शवों के साथ छेड़छाड़ हो रही है। लेकिन जब बाबा की हत्यारे को पुलिस ने पकड़ा तब घटना का पूरा खुलासा हुआ। हत्यारोपी ने बताया कि उसने अपनी बहन का मांस खाने के आरोप में बाबा और उसके चेले की हत्या की है। यह खबर शहर में फैलते ही इलाके में सनसनी मच गई। और 26 अन्य लोग इस दावे के साथ थाने पहुंचे कि उसी श्मशान में उनके परिजनों का मांस भी खाया गया है। यह सुनकर पुलिस सकते में आ गई। जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। जांच में पता चला कि बाबा शवों को जलाने के कुछ देर बाद चिता बुझा देता था और मृत इंसानों का भुना हुआ मांस खाने का आदी हो गया था।
पूरा मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक श्मशान में रहने वाले बाबा और उसके चेले की अभी कुछ दिन पहले हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो पता लगा कि मर्डर के आरोपी ने अपनी बहन का मांस खाने के आरोप में बाबा और उनके चेले की गोली मारकर हत्या कर दी। डबल मर्डर के आरोपी अंकुश यादव ने बाताया कि उनकी बहन अंशु की 12 अगस्त को मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार के बाद जब वह अपने पिता के साथ शव देखने श्मशान पहुंचा तो चिता का नजारा देख वह दंग रह गया। अंकुश के अनुसार चिता से बाहर अधजला शव पड़ा था। शरीर के कई हिस्सों का मांस गायब था। जब दोनों ने श्मशान में रहने वाले बाबा राजेंद्र गिरी से इसके बारे में पूछा तो उसने नशे की हालत इस बात को स्वीकार किया कि उसने ही तंत्र विद्या के दौरान उसकी बहन के शव का मांस खाया है। इसके कुछ दिन बात अंकुर ने बाबा और उसके चेले का कत्ल कर दिया।
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