शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से गठबंधन को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और बाद में पार्टी के दो शीर्ष नेता अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट के साथ बैठकें आयोजित कीं। 24 घंटों में कांग्रेस के साथ दूसरी बैठक करने के बाद ठाकरे ने कहा कि अब सही दिशा में हमारी बातचीत शुरू हो चुकी है। बुधवार सुबह बांद्रा कुरला काम्पलेक्स से निकलते हुए ठाकरे ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि- सही समय पर सभी के आगे गठबंधन की घोषणा कर दी जाएगी।
सेना प्रमुख ने कल यह रेखांकित किया था कि कांग्रेस-राकांपा के साथ शिवसेना के प्रस्तावित गठबंधन में थोड़ा समय लग सकता है क्योंकि यह पहली बार है जब तीनों दल एक साथ सरकार बनाने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेना और कांग्रेस की अलग-अलग विचारधाराओं का भी हवाला दिया था।
बता दें कि अहमद पटेल और ठाकरे के बीच ये पहली बैठक थी। इससे पहले दोनों ने फोन पर बातचीत की थी। कांग्रेस अध्यक्ष के खास सहायक अहमद पटेल सरकार बनाने को लेकर मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ मुलाकत के लिए पहुंचे हुए हैं। गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र में दूसरी पार्टियों के सरकार गठन की मुश्किलों का भाजपा आनंद उठा रही है। वहीं, संजय राउत ने महाराष्ट्र में हाल तक अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों कांग्रेस और राकांपा के साथ सरकार गठन के उनकी पार्टी के प्रयासों के मद्देनजर मुश्किल राह का संकेत देते हुए बुधवार को तीन बार 'अग्निपथ शब्द ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था कि अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ...।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर जारी गतिरोध के बीच मंगलवार को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की केन्द्र को भेजी उस रिपोर्ट के बाद यह निर्णय लिया गया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी प्रयासों के बावजूद वर्तमान हालात में राज्य में स्थिर सरकार का गठन संभव नहीं है। हालांकि उनके इस फैसले की गैर-भाजपा दलों ने खुलकर आलोचना की है।
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